मंकीपॉक्स के क्या है लक्षण?
मंकीपॉक्स से जुड़ी जो जानकारी डब्ल्यूएचओ ने शेयर की है उसके अनुसार इसके कुछ कॉमन लक्षण है. इन लक्षणों में दर्दनाक चकत्ते, सूजे हुए लिम्फ नोड्स, बुखार, सिरदर्द, थकान और मांसपेशियों और पीठ दर्द शामिल हैं. मंकीपॉक्स के मामले में आपको कई कर तरह के लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं. डब्ल्यूएचओ के अनुसार जिन लोगों को मंकीपॉक्स हो रहा है उनमें से ज्यादातर लोग ठीक हो रहे हैं वहीं, कुछ लोगों के मामले में यह एक गंभीर बीमारी बनकर सामने आ रही है.
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मंकीपॉक्स का इलाज क्या है?
मोनकेपॉक्स एक ऐसी संक्रामक बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस (MPXV) की वजह से फ़ैल रहा है. खास तौर पर अगर बात करें क्लेड आईबी तो इसमें संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा है. मंकीपॉक्स से बचाव अगर आप चाहते हैं तो ऐसे में वैक्सीनेशन एक मुख्य बचाव का तरीका है. खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें इसका खतरा ज्यादा है. अगर आप मंकीपॉक्स के संक्रमण और खतरे को कम करना चाहते हैं तो ऐसे में जिनेओस और एकैम2000 जैसे टीके मौजूद हैं. हालांकि टेकोविरिमैट, एक एंटीवायरल जिसे शुरूआती दौर में चिकनपॉक्स के लिए भंडारित किया गया था उसका भी इस्तेमाल मंकीपॉक्स के इलाज के लिए किया जा रहा है. लेकिन, डब्ल्यूएचओ की अगर मानें तो मंकीपॉक्स के लिए अभी तक कोई प्रमाणित एंटीवायरल मौजूद नहीं है.
लक्षण में क्या है अंतर?
मंकीपॉक्स के लक्षणों की अगर बात करें तो इनमें फीवर, सिरदर्द और चकत्ते आने से पहले लिम्फ नोड्स में सूजन होने से शुरू होते हैं, जबकि चिकनपॉक्स के चकत्ते फीवर आने के 1 से 2 दिन बाद दिखाई देते हैं. वहीं, बात जब करें चकत्तों की तो चिकनपॉक्स की तुलना में मंकीपॉक्स के घाव ज्यादा बड़े होते हैं. वहीं, बात जब आती है मंकीपॉक्स और स्मॉलपॉक्स की तो इन दोनों में ही कुछ सामान्य लक्षण जैसे कि, फीवर, ठंड लगना, सिरदर्द, मसल्स में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. केवल यही नहीं चकत्तों में पानी भरा होना भी एक सामन्य लक्षण ही है.
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