Common Symptoms of PMS: महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं ऐसी होती हैं, जिनके बारे में खुलकर बात नहीं की जाती. प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS-Premenstrual Syndrome) भी इन्हीं में से एक है. मासिक धर्म से पहले महिलाओं को शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है, जिसे पीएमएस कहा जाता है.
यह समस्या ज्यादातर मासिक धर्म से एक या दो हफ्ते पहले शुरू होती है और पीरियड्स के पहले या दूसरे दिन तक बनी रहती है. कई बार यह सामान्य होता है, लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह गंभीर परेशानी का कारण बन सकता है.
PMS-Premenstrual Syndrome क्या है?
PMS यानी प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिलाओं को मासिक धर्म से पहले कई शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों का अनुभव होता है. यह हार्मोनल बदलावों के कारण होता है और अलग-अलग महिलाओं में इसके लक्षण अलग हो सकते हैं.
1. चिड़चिड़ापन महसूस होना
पीरियड्स से पहले मूड स्विंग्स होना आम बात है. इस दौरान महिलाएं छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ी हो सकती हैं.
2. तनाव और चिंता
पीएमएस के दौरान तनाव और चिंता का अनुभव अधिक हो सकता है. इस दौरान नेगेटिव थॉट्स भी दिमाग में ज्यादा आते हैं.
3. थकान और सुस्ती
महिलाओं को इस दौरान बहुत ज्यादा थकावट महसूस होती है. एनर्जी की कमी के कारण दिनभर आलस बना रहता है.
4. फोकस करने में कठिनाई
पढ़ाई या काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है. ब्रेन फॉग और कन्फ्यूजन महसूस हो सकता है.
5. गुस्सा आना
इस दौरान गुस्सा जल्दी आता है और भावनाओं को कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है.
6. मूड स्विंग्स
अचानक से बहुत खुश महसूस करना और फिर तुरंत उदास हो जाना, यह पीएमएस का बहुत ही आम लक्षण है.
7. नींद की समस्या
कुछ महिलाओं को इस दौरान ज्यादा नींद आती है, जबकि कुछ को सोने में दिक्कत होती है.
8. निराशा महसूस करना
डिप्रेशन जैसा महसूस होना, जिंदगी में रुचि न लेना और खुद को अकेला महसूस करना भी PMS के लक्षणों में शामिल है.
9. सामान्य गतिविधियों में मन न लगना
काम करने या किसी भी चीज में रुचि न लेना, दोस्तों से बातचीत करने का मन न करना भी इस समस्या का हिस्सा हो सकता है.
PMS को कैसे करें मैनेज?
- संतुलित आहार: हेल्दी डाइट लें, जिसमें हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन शामिल हों.
- योग और एक्सरसाइज: रोजाना हल्का वर्कआउट करने से मूड बेहतर होता है.
- अच्छी नींद लें: सही समय पर सोने की आदत डालें.
- तनाव कम करें: मेडिटेशन और ब्रीदिंग एक्सरसाइज से तनाव कम किया जा सकता है.
- पर्याप्त पानी पिएं: हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है.
PMS महिलाओं में होने वाली एक सामान्य स्थिति है, लेकिन कई बार इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं. ऐसे में लाइफस्टाइल में बदलाव कर और सही देखभाल से इसे मैनेज किया जा सकता है. अगर लक्षण बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.
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