Blue Christmas : ब्लू क्रिसमस क्यों होता है कुछ लोगों के लिए खास ? जानें वजह
Blue Christmas : ब्लू क्रिसमस क्रिसमस के समय की उदासी और अकेलेपन का प्रतीक है.जानें कि क्यों कुछ लोग इस खास दिन को उदासी और गम के साथ मनाते हैं.
By Shinki Singh | December 18, 2024 6:35 PM
Blue Christmas : क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में खुशी, प्रेम और उत्सव का प्रतीक माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए यह समय खुशियों की बजाय उदासी और अकेलेपन का अहसास लाता है?ब्लू क्रिसमस एक ऐसी भावना है जिसे खासकर वे लोग महसूस करते हैं जो इस समय अपने प्रियजनों से दूर होते हैं या किसी व्यक्तिगत गम से जूझ रहे होते हैं. यहां हम जानेंगे किब्लू क्रिसमस क्यों कुछ लोगों के लिए खास होता है और इसके पीछे की भावनात्मक वजहें क्या हैं.
क्यों होता है ब्लू क्रिसमस?
प्रियजनों का दूर होना: कई लोग इस समय अपने परिवार और दोस्तों से दूर होते हैं. यह खासकर उन लोगों के लिए होता है जो अकेले रहते हैं या जो किसी कारणवश अपने परिवार से मिलने के लिए उनके पास नहीं जा पाते. उनके लिए क्रिसमस का वक्त मायूस और उदास हो सकता है.
खोई हुई खुशियां: क्रिसमस का त्योहार एक साथ होने और खुशियां बांटने का समय होता है लेकिन कुछ लोग इस दौरान किसी प्रियजन के खोने का दर्द महसूस करते हैं. चाहे वह किसी रिश्ते का अंत हो, परिवार के सदस्य का निधन हो, फिर कोई अन्य व्यक्तिगत नुकसान हो यह समय गम और दर्द को और बढ़ा देता है.
समाजिक दबाव: क्रिसमस के दौरान समाज में खुश रहने का दबाव होता है. विज्ञापनों, फिल्म्स और मीडिया में सभी लोग खुशी और समृद्धि के साथ क्रिसमस मनाते दिखते हैं. ऐसे में अगर किसी के पास वह खुशी नहीं होती तो वह खुद को बाहर से अलग और अकेला महसूस कर सकता है.
ब्लू क्रिसमस का कोई खास निर्धारित दिन नहीं होता, लेकिन यह शब्द एल्विस प्रेस्ली के प्रसिद्ध गीत ‘Blue Christmas’ से जुड़ा है. जिसमें उन्होंने उन लोगों की भावनाओं को व्यक्त किया है जो क्रिसमस के दौरान अकेले या उदास होते हैं. इस गीत के माध्यम से एल्विस ने उन व्यक्तियों के दिलों की भावनाओं को आवाज दी जो इस पर्व को अपनी खोई हुई खुशियों या प्रियजनों के बिना मनाते हैं.
कब मनाते हैं ब्लू क्रिसमस?
ब्लू क्रिसमस का कोई निश्चित दिन नहीं होता लेकिन यह उस समय के आसपास महसूस किया जाता है जब लोग क्रिसमस की छुट्टियां मना रहे होते हैं. यह एक मानसिक और भावनात्मक स्थिति है इसलिए यह हर व्यक्ति के अनुभव के आधार पर बदल सकता है.