Chanakya Niti: इन 4 चीजों में पुरुषों से आगे रहती हैं महिलाएं, चाणक्य ने बताई चौंकाने वाली बातें

Chanakya Niti: चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर एक ग्रंथ की रचना की है, जो कि चाणक्य नीति के नाम से जानी जाती है. इस ग्रंथ में जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है.

By Shashank Baranwal | March 31, 2025 12:30 PM
an image

Chanakya Niti: वर्तमान समय में महिला-पुरुष में कौन आगे है, इसको लेकर कई तरह की डिबेट्स हो रही हैं. महिला-पुरुष की कुछ आदतों को लेकर आचार्य चाणक्य ने कुछ बातें बताई हैं. उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों के आधार पर एक ग्रंथ की रचना की है, जो कि चाणक्य नीति के नाम से जानी जाती है. इस ग्रंथ में जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है. ऐसे ही चाणक्य कहते हैं कि महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा ये चार चीजें ज्यादा होती हैं. चाणक्य नीति के प्रथम अध्याय के 17वें श्लोक में आचार्य चाणक्य लिखते हैं

स्त्रीणां द्विगुण अहारो लज्जा चापि चतुर्गुणा।
साहसं षड्गुणं चैव कामश्चाष्टगुण: स्मृत:।।

इस श्लोक के माध्यम से चाणक्य कहते हैं कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में दोगुना आहार, चार गुना लज्जा, छ: गुना साहस और आठ गुना कामोत्तेजना होती है.

यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: मीठी बातें, कड़वी साजिश… इन पर भरोसा करने से पहले सौ बार सोचें

यह भी पढ़ें- शादी को लेकर क्या कहती है चाणक्य नीति, सही जीवनसाथी का इस तरह करें चुनाव

  • चाणक्य नीति के अनुसार, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा भूख लगती है. ऐसा उनकी शारीरिक संरचना के कारण होता है. महिलाओं को ज्यादा कैलोरी की जरुरत होती है. यही वजह है कि उन्हें ज्यादा भूख लगती है. इसके अलावा, पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा शर्माती हैं.
  • चाणक्य नीति के मुताबिक, महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले साहस ज्यादा होता है. चाणक्य कहते हैं कि वे किसी भी काम को बहुत साहस के साथ करती हैं. इसके अलावा, पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा कामोत्तेजना होता है.

इन बातों पर गौर से ध्यान दें तो यह आशय निकलता है कि चाणक्य ने ये बातें आलोचना की दृष्टि से नहीं कही है. ये गुण महिलाएं विवाह के बाद अपने शारीरिक दायित्व के कारण ग्रहण करती हैं. दरअसल, महिलाओं को गर्भधारण करना होता है, बच्चे के जन्म के बाद उसका पालन-पोषण करना पड़ता है. इस पूरी प्रक्रिया में न जाने कितने कष्ट उठाने पड़ते है, जिसकी कल्पना स्त्री के अलावा और कोई नहीं कर सकता है.

यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: दोस्ती के नाम पर धोखा या सच्चा साथ? चाणक्य से समझे सच्ची दोस्ती के मायने

Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Life and Style

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version