World Turtle Day 2025: जानिए इस दिन का महत्व और कछुओं से जुड़ी 10 हैरान कर देने वाली बातें
World Turtle Day 2025: World Turtle Day 2025 पर जानिए कछुओं का महत्व, इसका इतिहास और उनके संरक्षण से जुड़ी 10 दिलचस्प बातें. पढ़ें पूरी जानकारी हिंदी में.
By Pratishtha Pawar | May 23, 2025 6:05 AM
World Turtle Day 2025: हर साल 23 मई को World Turtle Day यानी विश्व कछुआ दिवस मनाया जाता है. यह दिन कछुओं और कछुए की विभिन्न प्रजातियों के संरक्षण, जागरूकता और उनके प्राकृतिक आवास की रक्षा के लिए समर्पित होता है. कछुए धरती के सबसे प्राचीन जीवों में से एक हैं, लेकिन जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और अवैध शिकार के कारण इनकी कई प्रजातियां संकट में हैं. इस दिन का उद्देश्य लोगों को कछुओं के महत्व के प्रति जागरूक करना और उन्हें बचाने के लिए प्रेरित करना है.
History of World Turtle Day 2025: विश्व कछुआ दिवस का इतिहास
World Turtle Day की शुरुआत 2000 में अमेरिकी संस्था American Tortoise Rescue (ATR) ने की थी. ATR एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कछुओं और कछुए जैसे सरीसृपों के बचाव और संरक्षण के लिए काम करता है. ATR के संस्थापकों ने देखा कि दुनियाभर में कछुओं की संख्या घट रही है और लोग इनके अस्तित्व और पर्यावरणीय भूमिका के बारे में जागरूक नहीं हैं. तभी से 23 मई को यह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने लगा.
World Turtle Day 2025 की थीम क्या है?
इस साल की थीम है -Dancing Turtles Rock!, जिसका उद्देश्य है लोगों को कछुओं के संरक्षण के लिए मजेदार और रचनात्मक तरीकों से जागरूक करना.
Why is World Turtle Day Celebrated | क्यों मनाया जाता है विश्व कछुआ दिवस?
लोगों को कछुओं की घटती संख्या के प्रति जागरूक करने के लिए
कछुओं के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए
अवैध व्यापार और शिकार को रोकने के लिए
स्कूलों, संगठनों और समुदायों में संरक्षण गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए
10 Amazing Facts about Turtles: कछुओं से जुड़े 10 आश्चर्यजनक तथ्य
कछुए धरती के सबसे पुराने जीवों में से एक हैं, जो करीब 22 करोड़ साल पहले से अस्तित्व में हैं.
कुछ कछुए 100 साल से ज्यादा जीते हैं. दुनिया का सबसे लंबी उम्र वाला कछुआ 190+ साल का था.
कछुओं का खोल उनकी हड्डियों का हिस्सा होता है और वे उसे छोड़ नहीं सकते.
कछुए की कुछ प्रजातियां पानी के अंदर 6 घंटे तक सांस रोके रह सकती हैं.
कछुए शाकाहारी, मांसाहारी और सर्वाहारी भी हो सकते हैं – यह उनकी प्रजाति पर निर्भर करता है.
समुद्री कछुए 10,000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकते हैं, खासकर प्रजनन के मौसम में.
कुछ कछुए अपने पीछे के पैरों से मिट्टी खोदकर अंडे देते हैं.
कछुए का धीमा चलना ही उसकी पहचान है – औसतन 0.3 किमी/घंटा की रफ्तार से चलते हैं.
कुछ कछुए “Cry” करते हैं – वे अतिरिक्त नमक को आंखों से बाहर निकालते हैं, जो आंसुओं की तरह दिखता है.
दुनिया भर में कछुओं की करीब 360 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कई विलुप्त होने के कगार पर हैं.
World Turtle Day 2025 हमें याद दिलाता है कि प्रकृति के इस अद्भुत प्राणी को संरक्षित करना सिर्फ सरकारों या संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हम सभी का दायित्व है. आइए, इस 23 मई को संकल्प लें कि हम कछुओं और उनके आवासों की रक्षा के लिए अपने स्तर से प्रयास करेंगे.