आवारा आतंक : मुजफ्फरपुर में कुत्तों का आतंक चरम पर, इस साल 10 हजार से अधिक लोग शिकार
गंभीर रूप से काटे जाने पर लगवानी पड़ रही एंटी रैबीज की आठ सूई उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर.
वैक्सीन के लिए लंबी कतारें
महंगी इम्युनोग्लोबुलिन सूई की किल्लत
क्यों आक्रामक हो रहे हैं कुत्ते?
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भारत में रेबीज के राष्ट्रीय आंकड़े
वैश्विक बोझ: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, रेबीज से होने वाली कुल मौतों में से 36% अकेले भारत में होती हैं.
कुत्तों का योगदान: भारत में पशुओं के काटने के 9 मिलियन से अधिक मामलों में से दो-तिहाई कुत्तों के काटने के कारण होते हैं.
रेबीज से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
तत्काल उपचार: कुत्ते के काटने के तुरंत बाद घाव को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह संक्रमण के प्रभाव को कम करता है. समय पर टीका लगवाना और गंभीर मामलों में इम्युनोग्लोबुलिन सूई लगवाना ही रेबीज से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है.
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