Bhagalpur news बाबा ने दी संतान, अब ले चले इसे बाबाधाम

श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धा और भक्ति की मिसाल हर कदम पर देखने को मिल रही हैं. गुरुवार को ऐसी ही एक भावुक और आस्थापूर्ण घटना सुलतानगंज कच्चा कांवरिया पथ

By JITENDRA TOMAR | July 18, 2025 1:27 AM
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श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धा और भक्ति की मिसाल हर कदम पर देखने को मिल रही हैं. गुरुवार को ऐसी ही एक भावुक और आस्थापूर्ण घटना सुलतानगंज कच्चा कांवरिया पथ पर देखने को मिली, जब नालंदा जिले के बिहारशरीफ निवासी धर्मेंद्र शाह अपने छोटे पुत्र को कांवर में बैठा कर बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर रवाना हुए. धर्मेंद्र एक ओर कांवर में गंगाजल भरा हुआ था और दूसरी ओर उनके पुत्र सीकू कुमार को डलिया में बैठाया गया था. यह नजारा देखने वालों की आंखें श्रद्धा से नम हो गईं. धर्मेंद्र ने बताया कि उन्हें वर्षों तक संतान सुख की प्रतीक्षा करनी पड़ी. उन्होंने बाबा वैद्यनाथ से पुत्र प्राप्ति की मन्नत मांगी थी. बाबा ने मेरी मन्नत पूरी की. बाबा ने वरदान दिया है, तो बेटे को लेकर उनकी शरण में जा रहा हूं.

इससे पहले भी कई बार दर्शन को आये थे, इस बार कुछ अलग है

कई श्रद्धालु इस विशेष कांवर को निहारते जा रहे थे.कई श्रद्धालु रुक-रुक कर इस विशेष कांवर को निहारते रहे और बाबा से धर्मेंद्र के परिवार के सुख-समृद्धि की कामना करते रहे. श्रावणी मेला न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि यह मानवीय भावनाओं, उम्मीदों और विश्वास की जीवंत झलक भी प्रस्तुत करता है. धर्मेंद्र शाह की यह यात्रा इस बात की साक्षी है कि जब मन में अटूट श्रद्धा हो, तो बाबा हर मन्नत को सुनते और पूरी करते हैं. सुलतानगंज से बाबाधाम की यह यात्रा न केवल गंगाजल चढ़ाने की परंपरा का निर्वहन है, बल्कि एक पिता का अपने वचन और आस्था के प्रति समर्पण का प्रतीक भी बन गई है.

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