Deoghar news : विश्वामित्र की अगुवाई में राम-लक्ष्मण ने किया असुरों का संहार, शिव जी का धनुष तोड़ा : कपिल भाई

संवाददाता, देवघर. महामुनि ज्ञानी विश्वामित्र जी ने वनवास करते हुए ईश्वर की आराधना और पूजा में लीन रहते हुए असुरों के आतंक से निश्चरों की रक्षा हेतु अयोध्या के महाराजा

By Sanjeev Mishra | April 28, 2025 7:46 PM
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संवाददाता, देवघर. महामुनि ज्ञानी विश्वामित्र जी ने वनवास करते हुए ईश्वर की आराधना और पूजा में लीन रहते हुए असुरों के आतंक से निश्चरों की रक्षा हेतु अयोध्या के महाराजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को साथ लिया. प्रभु राम और लक्ष्मण ने ऋषि-मुनियों की रक्षा करते हुए असुरों का संहार किया. उक्त बातें विलियम्स टाउन स्थित चित्रकूट धाम में आयोजित संगीतमय राम कथा में कथा वाचक कपिल भाई ने प्रवचन के दौरान कही. बताया कि विश्वामित्र जी राम और लक्ष्मण को मिथिला नगरी ले गये, जहां राजा जनक ने आयोजित शिव धनुष यज्ञ का आयोजन हो रहा था. राजा जनक की प्रतिज्ञा थी कि जो वीर शिव धनुष को तोड़गा. उसी के साथ उनकी सुपुत्री जानकी ( सीता जी ) का विवाह संपन्न हो गया. इस दौरान विश्व भर के राजाओं और बलशाली वीरों ने प्रयास किया, परंतु शिव धनुष को हिला तक न सके. मुनिवर विश्वामित्र की आज्ञा से भगवान श्रीराम ने सहजता से धनुष भंग कर दिया. इस अद्भुत घटना पर विश्वभर में ”” जयराम ”” वाणी गूंजी और पुष्प वर्षा से वातावरण भक्तिमय हो गया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अध्यक्ष आरपीएम पुरी, कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, महामंत्री अंजनि कुमार मिश्रा, संयोजक योगेंद्र नारायण सिंह, सचिव पंकज सिंह भदोरिया, उमेश प्रसाद सिंह, संरक्षण मंडली के कृष्णकांत मालवीय, संतोष कुमार, डाॅ नागेश्वर शर्मा, अवध विहारी प्रसाद, सुनील ठाकुर, इंदिरा नंद सिंह, श्यामदेव राय, गिरीग प्रसाद सिंह, रीता चौरसिया, ओपी मिश्रा ,दिलीप श्रीवास्तव, भुनेश्वर प्रसाद सिंह, योगेंद्र प्रसाद सिंह, जयनाराय सिंह, सियारामजी, सखीचंद्रन्द प्रसाद सिंह, कार्यानंद सिंह, संजय सिंह, राम श्रृंगार पांडे, शंभु प्रसाद वर्मा, आशीष वाजपेई, अर्जुन प्रसाद सिंह, शिव नंदन सिंह, शशिकांत झा, राधाकांत झा आदि लगे रहे.

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