रांची. एचइसी में आउटसोर्सिंग एजेंसी का विरोध कर रहे सप्लाई कर्मियों का आंदोलन शुक्रवार को 32वें दिन भी जारी रहा. इस बीच दोपहर 01:00 बजे प्रबंधन और आंदोलनकारियों के बीच वार्ता हुई. करीब 1:30 घंटे तक वार्ता के दौरान प्रबंधन और सप्लाई कर्मी अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े रहे. इस वजह वार्ता बेनतीजा रही और सप्लाई कर्मियों ने आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया.
सप्लाई कर्मियों ने कहा- किसी भी हाल में आउटसोर्सिंग एजेंसी के बंधुआ मजदूर नहीं बनेंगे
वार्ता में प्रबंधन की ओर से निदेशक कार्मिक और निदेशक उत्पादन शामिल हुए, जबकि कामगारों की ओर से प्रतिनिधिमंडल में सप्लाई संघर्ष समिति के मनोज पाठक, रंथू लोहरा, उवैश आजाद, वाइ त्रिपाठी, विकास शाहदेव, राजेश शर्मा, प्रमोद कुमार, शारदा देवी मौजूद थे. वार्ता शुरू होते ही प्रतिनिधिमंडल ने स्पष्ट कर दिया कि सप्लाई कर्मी आउटसोर्सिंग एजेंसी के लिए बंधुआ मजदूरी नहीं करेंगे. समिति के मनोज पाठक ने बताया कि वार्ता के दौरान प्रबंधन के समक्ष मांग रखी गयी कि वर्ष 2010 के समझौते के तहत कामगारों को मिलनेवाली सभी पुरानी सुविधाएं बहाल की जायें. साथ ही इएल, सीएल, महंगाई भत्ता और पेड संडे के साथ सभी सप्लाई कर्मियों को प्लांट के अंदर ले जाया जाये. साथ ही रिटायर होनेवाले और काम छोड़नेवाले कर्मियों का पीएफ और ग्रेच्युटी का एकमुश्त भुगतान करने की भी मांग की.
इन मुद्दों पर भी सप्लाई कर्मियों ने जतायी नाराजगी
वेतन में नहीं होगी कटौती, काम पर लौटें कर्मी : प्रबंधन
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