बड़कागांव. बड़कागांव और केरेडारी प्रखंड में दो माह से बिजली की आंख मिचौनी जारी है. बिजली कब आती है कब चली जाती है इसका कोई ठौर ठिकाना नहीं रहता है. बिजली की आंख मिचौनी के कारण लोग इनवर्टर भी चार्ज नहीं कर पा रहे हैं. इस कारण लोगों को अंधेरे में भी बिताना पड़ रहा है. तीन जून को 12 घंटे तक बिजली नहीं थी. चार जून को भी बिजली आधे एक घंटा के लिए आती थी. इसके बाद कई घंटे तक बिजली गायब रही. इस संबंध में संजय स्वीट्स के दीपक गुप्ता का कहना है कि बड़कागांव प्रखंड में 24 घंटे की जगह आधे या एक घंटे ही बिजली मिल पाती है. बड़कागांव के अमरदीप श्रीवास्तव, पिंटू गुप्ता का कहना है कि बड़कागांव में 480 रुपये सभी उपभोक्ताओं से बिजली बिल वसूला जाता है. लेकिन शहर की तरह बिजली नहीं मिलती. विद्यार्थी वर्ग स्नातक परीक्षा एवं प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में बिजली नहीं रहने से परेशानी होती है. केरोसिन तेल की किल्लत है. कुटीर उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक दुकान, सिंचाई, विभिन्न घरों में फ्रिज, वाशिंग मशीन, टीवी, कंप्यूटर, इनवर्टर व मोबाइल की दुकानों सहित विद्यार्थियों का पठन-पाठन प्रभावित है.
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