कथा से बताया दांपत्य जीवन में परस्पर सम्मान और आज्ञा के पालन का महत्व

सासामुसा. कुचायकोट प्रखंड के अमवा विजयपुर स्थित बाबा विजय नाथ धाम में चल रहे सात दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ, श्री राधा-कृष्ण, श्री राम-जानकी एवं हनुमान प्राणप्रतिष्ठा महायज्ञ के चौथे दिन

By AWEDHESH KUMAR RAJA | May 11, 2025 6:37 PM
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सासामुसा. कुचायकोट प्रखंड के अमवा विजयपुर स्थित बाबा विजय नाथ धाम में चल रहे सात दिवसीय श्री विष्णु महायज्ञ, श्री राधा-कृष्ण, श्री राम-जानकी एवं हनुमान प्राणप्रतिष्ठा महायज्ञ के चौथे दिन भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. साधु-संतों और विद्वानों के सान्निध्य में वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. काशी से आयीं सुप्रसिद्ध कथा वाचिका भक्ति किरण शास्त्री ने माता सती और भगवान शिव की कथा सुनाते हुए बताया कि जब माता सती ने शिवजी की अनुमति के बिना यज्ञ में भाग लिया, तो उन्हें शरीर का त्याग करना पड़ा. उन्होंने इस प्रसंग के माध्यम से दांपत्य जीवन में परस्पर सम्मान और आज्ञा के पालन का महत्व बताया, जिसे सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे. महायज्ञ 12 मई तक चलेगा. आयोजन समिति के सचिव अनिल किशोर तिवारी ने बताया कि भक्ति कथा के साथ-साथ रामलीला, रासलीला, बच्चों के लिए झूला, सर्कस और मीना बाजार की भी विशेष व्यवस्था की गयी है. माैके पर विनोद मणि त्रिपाठी, आचार्य आशुतोष द्विवेदी, रामाशीष यादव, नीरज तिवारी, डॉ मुन्ना सहनी विद्या पांडेय, सुभाष तिवारी, मनु तिवारी, अनिल कुमार ओझा, रमाकांत तिवारी समेत कई श्रद्धालु थे.

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