तीसरी सोमवारी पर गुलजार रहा कांवरिया पथ, बोल बम के लगते रहे नारे
तारापुर. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की तीसरी सोमवारी को कांवरिया मार्ग में काफी भीड़ दिखी. पैदल सहित दो पहिया व चार पहिया वाहनों से बाबा की नगरी जाकर जर्लापण करने
By ANAND KUMAR | July 29, 2025 12:10 AM
तारापुर.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की तीसरी सोमवारी को कांवरिया मार्ग में काफी भीड़ दिखी. पैदल सहित दो पहिया व चार पहिया वाहनों से बाबा की नगरी जाकर जर्लापण करने वाले भक्तों की संख्या में बेतहासा वृद्धि रही. मालूम हो कि बाइक से यात्रा करने वाले कांवरिया रात्रि 10 बजे के बाद कांवर उठाते हैं. लगातार चलते हुए सुबह में बाबा को जलार्पण करते हैं. ऐसे कांवरियों से सुल्तानगंज-देवघर मार्ग गुलजार रह रहा है. इन दिनों प्रत्येक गांव के चौक पर दो-चार दुकानें पुरी तरह खुली रहती है. जहां इस प्रकार के यात्रा करने वाले कांवरिया को हर वक्त चाय-पान की सुविधा उपलब्ध हो जाती है. धौनी बजरंगबली मंदिर चौक के दुकान अशोक मंडल, संजय मंडल, सिटटू मंडल, नीतीश कुमार बताते हैं कि दिन में कांवरिया की उतनी भीड़ नहीं रहती है. रात्रि में 12 बजे के बाद चाय पीने वाले कांवरिया की भीड़ अधिक हो जाती है, जो रात्रि से सुबह तक बनी रहती है. दुकानदारों ने बताया कि रात्रि में कच्ची कांवरिया पथ पर पैदल चलने वाले कांवरिया के छोटे वाहनों को भी लिंक रोड में नहीं जाने दिया जाता है. जिसके कारण कांवरिया के वाहन भी मुख्य मार्ग के पास लिंक रोड में जहां जगह होती है वहां अपनी वाहन को लगाकर खाना पकाते हैं. ई-रिक्शा या ऑटो से कच्ची कांवरिया पथ जाते हैं. जहां पैदल चल रहे कांवरिया को भोजन कराया जाता है. या फिर कांवरिया ही इस मार्ग में आकर भोजन करते हैं.
रिमझिम बारिश से कांवरियों में बढ़ा उत्साह, केसरियामय हुआ पथ
असरगंज.
श्रावणी मेला के तीसरी सोमवारी पर कांवरिया पथ में शिवभक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. संपूर्ण कांवरिया मार्ग बोल बम और हर हर महादेव के मंत्र से गुंजयामान हो उठा. कांवरियों की पूजा-पाठ और धूप दीप से संपूर्ण कांवरिया मार्ग में पवित्र और सुवासित हो उठा. कांवरिया मार्ग पर केसरिया वस्त्र धारी कांवरियों की अविरल कतार इस तरह का दृश्य उत्पन्न कर दी, मानो मां गंगा सुल्तानगंज स्थित अपनी सनातन धारा छोड़ बाबा धाम की लंबी कतार में समाहित हो गई. सुबह हुई बारिश से कांवरिया की यात्रा और आसान हो गई. वहीं अहले सुबह से ही सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग में हजारों की संख्या में कांवरिया वाहनों के आवागमन के कारण देर शाम तक रुक-रुक कर जाम की स्थिति बनी रही. जाम होने के कारण सुल्तानगंज गंगा जल भरने जा रहे एवं सुल्तानगंज से गंगाजल भरकर देवघर जाने वाले कांवरिया वाहनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं जाम के कारण ट्रेन पकड़ने जा रहे यात्रियों की ट्रेन छूट गई. इधर वाहनों के सुचारू रूप से आवागमन के लिए थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार राय एएसआइ बलराम यादव, शंभू पासवान, अमित कुमार सदल बल लगातार गश्ती करते रहे. जाम के कारण पुलिस प्रशासन एवं एंबुलेंस गाड़ी लगातार सायरन बजाते रहे. जिससे आवागमन बाधित न हो.
बलमुआ हमरा के धराय द पटना से कोनो गाड़ी, पर झूमे कांवरिया
संग्रामपुर.
श्रावणी मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा में समर्पित प्रियंका स्मृति धर्मशाला, गोविंदपुर में रविवार की रात भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रसिद्ध भोजपुरी गायक अरविंद अकेला कल्लू ने भगवान शिव के जयकारों से समां बांध दिया. बलमुआ हमरा के धराय दे पटना से कोनो गाड़ी… और भोले बाबा के दीवाना करे बम बम बम… जैसे लोकप्रिय भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूम उठे. भक्ति के रंग में रंगे कांवरियों के साथ-साथ आसपास के ग्रामीणों की भीड़ भी तेजी से जुटने लगी. जैसे-जैसे कल्लू की प्रस्तुति की खबर दूर-दूर तक फैली, वैसे धर्मशाला में भीड़ अनियंत्रित होने लगी. स्थिति को संभालने में पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी. कांवरिया पथ के पास भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने रात करीब 9:30 बजे कार्यक्रम को बीच में ही रोक दिया. इस बीच गायक कल्लू को कार्यक्रम स्थल से दूसरे स्थान पर ले जाया गया. इस आयोजन ने यह साफ कर दिया कि श्रावणी मेले में धार्मिक भक्ति के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी जबरदस्त लोकप्रियता है, लेकिन सुरक्षा प्रबंधन भी उतना ही जरूरी बन चुका है.
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