मानहानि मामले में केजरीवाल का कांग्रेसी नेताआें का बख्शने का दावा, जेटली ने किया खारिज

नयी दिल्लीः केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को दिल्ली हार्इकोर्ट में अरविंद केजरीवाल के उस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने मानहानि के मुकदमे में कांग्रेस नेताओं को बख्शा है और केवल उन्हें ही निशाना बनाया, जबकि दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में गड़बड़ियों से संबंधित इस तरह के आरोप दोनों पार्टियों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 11:56 PM
an image

नयी दिल्लीः केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को दिल्ली हार्इकोर्ट में अरविंद केजरीवाल के उस दावे को खारिज कर दिया कि उन्होंने मानहानि के मुकदमे में कांग्रेस नेताओं को बख्शा है और केवल उन्हें ही निशाना बनाया, जबकि दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में गड़बड़ियों से संबंधित इस तरह के आरोप दोनों पार्टियों ने लगाये थे. वित्त एवं रक्षा मंत्री जेटली ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण तरीके से झूठ बोलने एवं मानहानि करने का आरोपी व्यक्ति इस आधार पर अपने गुनाह को हल्का करने का दावा नहीं कर सकता कि दूसरे आरोपियों को बख्शा गया है.

इसे भी पढ़ेंः मानहानि केस : अरविंद केजरीवाल ने भाजपा नेता से माफी मांगी, कहा, बहकावे में आ गये थे

संयुक्त रेजिस्ट्रार पंकज गुप्ता के सामने पेश हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के सवाल पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस बात का आकलन वह खुद करेंगे कि किस व्यक्ति के बयान ने उनकी प्रतिष्ठा को काफी नुकसान पहुंचाया है. केजरीवाल की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अनूप जॉर्ज चौधरी और वकील अनुपम श्रीवास्तव ने जेटली से कहा कि जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने दिसंबर, 2015 में एक संवाददाता सम्मेलन में उन पर आरोप लगाये थे, उन्होंने केवल आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख पर मुकदमा किया. इसके जवाब में जेटली ने उपरोक्त टिप्पणी की.

जेटली ने केजरीवाल और आप के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ मानहानि का 10 करोड़ रुपये एक दीवानी मुकदमा दायर किया है. मुकदमे में पांचवे चरण की जिरह के लिए जेटली अदालत में पेश हुए. दो घंटे चली जिरह के दौरान केजरीवाल के वकील ने दावा किया कि चूंकि कांग्रेस नेताओं के आरोपों में सच्चाई थी, केंद्रीय मंत्री ने उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही शुरू नहीं की.

रक्षा एवं वित्त मंत्री ने साथ ही स्पष्ट किया कि उन्होने प्रतिवादियों पर मुकदमा दर्ज कराया, क्योंकि उन्होंने उनके तथा उनके परिवार के लोगों के खिलाफ व्यक्तिगत सत्यनिष्ठा के आरोप लगाये, जिन्हें वह दरकिनार नहीं कर सकते.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version