आज हमारा देश वायुसेना दिवस मना रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य लोगों नेरविवारको 85वें वायुसेना दिवस के अवसर पर साहसी वायु सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं.
राष्ट्रपति भवन ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया, वायु सेना दिवस पर वायु सैनिकों की बहादुरी, शौर्य और पराक्रम के लिए उन्हें सलाम. वे हमारे आसमान के प्रहरी हैं. राष्ट्रपति कोविन्द.
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, भारतीय वायुसेना की 85वीं वर्षगांठ पर, मैं भारतीय वायुसेना के पूरे परिवार को उनके साहस और आसमान में ताकत दिखाने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने लिखा है, भारतीय वायुसेना ने युद्ध और शांति काल दोनों स्थिति में हमेशा सर्वोच्च निष्ठा और क्षमता से राष्ट्र की सेवा की है.
फिलहाल गुजरात की दो दिन की यात्रा पर गये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, वायुसेना दिवस पर हमारे साहसी वायु सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं. उनकी प्रतिबद्धता और कौशल सुनिश्चित करते हैं कि हमारा आसमान सुरक्षित है.
विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद से ट्वीट किया, भारतीय वायुसेना पराक्रम और देश सेवा की अद्भुत मिसाल है, जिस पर देश को गर्व है. भारतीय वायु सेना के स्थापना दिवस पर मैं वायु सेना की वीरता और देशभक्ति को सलाम करता हूं.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्विटर पर लिखा है, वायुसेना दिवस पर मैं हमारे साहसी वायु सैनिकों को सलाम करता हूं. उन्होंने हमेशा पूरे उत्साह, साहस और प्रतिबद्धता से देश की सेवा की है. भारतीय वायुसेना अपने स्थापना दिवस को प्रत्येक वर्ष बड़े उत्साह के साथ मनाती है. वायुसेना के जांबाज कर्मी आज के दिन अद्भुत और हैरतअंगेज कारनामे प्रदर्शित करते हैं.
किसी भी समय युद्ध के लिए तैयार
इस मौके पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि भारतीय वायुसेना संक्षिप्त नोटिस पर भी युद्ध लड़ने के लिए तैयार है. वायुसेना दिवस के मौके पर वायुसेना कर्मियों को संबोधित करते हुए धनोआ ने कहा कि वायुसेना देश के सामने आनेवाली किसी भी सुरक्षा चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
सुरक्षा परिदृश्य के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, हम संक्षिप्त नोटिस पर जंग के लिए तैयार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वायुसेना बहुपक्षीय रणनीतिक क्षमताएं हासिल कर रही है और थल सेना तथा नौसेना के साथ मिल कर संयुक्त रूप से काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.
भारतीय वायुसेना के बारे में जानें कुछ खास बातें
आठ अक्टूबर 1932 को भारतीय वायु सेना की स्थापना ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स के सहायक के तौर पर हुई थी.
1950 में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने से पहले तक भारतीय वायुसेना को Royal Indian Air Force के नाम से जाना जाता था. बाद में इसे Indian Air Force का नाम दिया गया.
भारत की इस ब्रिगेड को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना के नाम से जाना जाता है.
वर्तमान में भारतीय वायुसेना के पास कुल 244 स्क्वाड्रन हैं. इनमें 1473 एयरक्राफ्ट्स हैं. वायुसेना फिलहाल 33 स्क्वाड्रन का ही इस्तेमाल करती है.
भारतीय वायुसेना की सबसे ऊंची रैंक मार्शल ऑफ द एयर फोर्स है. इस पांच सितारों वाली ऑनररी पोस्ट पर पहुंचने वाले एकमात्र अफसर अर्जन सिंह थे. कुछ दिनों पूर्व ही उनका निधन हुआ.
भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के साथ चार युद्धों अौर चीन के साथ एक युद्ध में अपना योगदान दे चुकी है. इसके अलावा, ऑपरेशन विजय, गोवा का अधिग्रहण, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन कैक्टस, ऑपरेशन पुमलाई जैसे कई बड़े मिशन्स को भी इसने अंजाम दिया है. भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का भी सक्रिय हिसा रही है.
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