Home National लोक-लुभावन वादों से दूरी, गुजरात में मतदान से एक दिन पहले भाजपा ने जारी किया घोषणा-पत्र

लोक-लुभावन वादों से दूरी, गुजरात में मतदान से एक दिन पहले भाजपा ने जारी किया घोषणा-पत्र

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लोक-लुभावन वादों से दूरी, गुजरात में मतदान से एक दिन पहले भाजपा ने जारी किया घोषणा-पत्र

अहमदाबाद : गुजरात में पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले सत्ताधारी भाजपा ने शुक्रवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया. इसमें किसानों की आय दोगुना करने के संकल्प के साथ ही समाज के विभिन्न वर्गों के लिये कई वादे किये गये हैं. घोषणा पत्र जारी करते हुए भाजपा के गुजरात चुनाव प्रभारी अरुण जेटली ने कहा कि इसे राज्य में पार्टी के शासनकाल के दौरान दर्ज 10 फीसदी की वृद्धि को बरकरार रखने और इसमें और सुधार करने के पार्टी के संकल्प को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.

इस घोषणा पत्र में 2012 के घोषणा पत्र से अलग भाजपा ने कोई लंबे-चौड़े वादे नहीं करने का फैसला किया. मौजूदा चुनावी दस्तावेज विवरण देने के बजाय अधिकतर संपूर्ण विकास और संकल्पों की बात करता है. वर्ष 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात भाजपा ने अगले पांच वर्षों में 50 लाख घरों के निर्माण का वादा किया था, जो घोषणा पत्र का प्रमुख आकर्षण था. शुक्रवार को जारी घोषणा पत्र में कहा गया है पार्टी सस्ती खाद, बीज, बेहतर सिंचाई, उचित न्यूनतम समर्थन मूल्य और खाद्य प्रसंस्करण (तक पहुंच) के जरिये किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करती है. महिलाओं की बात करें, तो पार्टी ने नियमित अंतराल पर विधवा पेंशन की राशि में इजाफा करने का आश्वासन किया है.

इसमें कहा गया कि भाजपा सरकार गुणवत्ता युक्त शिक्षा को प्राथमिकता देगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय बनवायेगी. स्वास्थ्य के मोर्चे पर सत्ताधारी पार्टी ने कहा कि उसकी सरकार जेनरिक दवाओं की और दुकानें खोलेगी और सचल क्लीनिक और पैथलॉजी सुविधाएं देने के साथ ही गुजरात को वेक्टर जनित रोगों से मुक्त बनायेगी. पार्टी ने घोषणा पत्र में स्मार्ट गांव बनाने, गरीबों के लिए पक्के घरों का निर्माण कराने की भी बात कही है. गुजरात के ग्रामीण इलाकों में हर घर में शौचालय बनवाने का भी वादा किया गया है. शहरी केंद्रों के लिए भाजपा ने स्मार्ट सिटी परियोजना और बहुस्तरीय पार्किंग के निर्माण को समयबद्ध रुप से लागू करने का भी वादा किया है. पार्टीने जिला स्तर पर आदिवासी कल्याण बोर्ड और एक आदिवासी विश्वविद्यालय बनाने का भी वादा किया है.

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