नयी दिल्ली : थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि डोकलाम के बाद के घटनाक्रम में सेना को कोई गंभीर समस्या नजर नहीं आ रही, क्योंकि भारत एवं चीन नियमित बातचीत कर रहे हैं और सौहार्द लौट आया है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत के सुरक्षा बल किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. जनरल रावत ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीएलए के सैनिक उत्तरी डोलाम (डोकलाम) इलाके में उतनी बड़ी तादाद में नहीं हैं, जितनी संख्या में वह (भारत-चीन) गतिरोध के वक्त थे. सेना प्रमुख यह भी कहा कि आतंकवादी समूहों का एक आतंकी और एक राजनीतिक फ्रंट होता है और आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए दोनों से एक साथ निपटना होगा.
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