दूसरी ओर सिद्धारमैया सरकार द्वारा चुनाव के पहले खेला गया लिंगायत कार्ड भाजपा के परेशानी का सबब बना हुआ है. भाजपा के लिए दूसरी परेशानी वे कन्नड़ ट्रांसलेट करने वाले नेता बन गये हैं, जो हिंदी को कन्नड़ में ट्रासलेट करते समय गलतियां कर रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला अमित शाह की दवानागिरी की रैली में देखने को मिला. समाचार चैनल आज तक की खबर के अनुसार यहां अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘सिद्धारमैया सरकार कर्नाटक का विकास नहीं कर सकती. आप मोदी जी पर विश्वास करके येदुरप्पा को वोट दीजिये. हम कर्नाटक को देश का नंबर वन राज्य बनाकर दिखायेंगे.’
लेकिन अमित शाह के इस बयान की किरकिरी तब हुई जब धारवाड़ से बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी ने इसे कन्नड़ में गलत ट्रांसलेट कर दिया. उन्होंने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब, दलित और पिछड़ों के लिए कुछ भी नहीं करेंगे. वो देश को बर्बाद कर देंगे. आप उन्हें वोट दीजिये.’
बीजेपी प्रवक्ता डॉ. वमनाचार्य ने आजतक से बातचीत में बताया कि, ‘यह सही बात है कि कर्नाटक की जनता को हिंदी में भाषण देने वाले नेताओं की कई बातें समझ नहीं आती हैं. फिलहाल कई रैलियों में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का कन्नड़ ट्रांसलेशन केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े करते हैं तो वहीं कुछ जगह यह काम प्रह्लाद जोशी संभालते हैं.’