लोकसभा चुनाव 2019 में बेरोजगारी होगा सबसे बड़ा मुद्दा, युवा मोदी के खिलाफ करेंगे वोट : चिदंबरम

नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा और इस ‘भयावह समस्या’ को लेकर युवा, नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2018 5:02 PM
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नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा और इस ‘भयावह समस्या’ को लेकर युवा, नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के चुनाव में नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया, जिस वजह से युवाओं ने बड़ी संख्या में भाजपा को वोट दिया.

लेकिन हुआ क्या? लोगों को रोजगार मिलने के बजाय पहले की नौकरियां भी चली गयीं. इससे युवाओं में आक्रोश है.’ चिदंबरम ने भारतीय युवा कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, महिलाओं को सुरक्षा, कश्मीर की स्थिति और दूसरे कई मुद्दे होंगे, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का होगा.

उन्होंने कहा कि ‘बेरोजगारी की भयावह समस्या’ को लेकर युवा इस बार नरेंद्र मोदी के खिलाफ वोट करेंगे. पूर्व वित्त मंत्री ने आरोप लगाया, ‘अजीबोगरीब बात यह है कि इस सरकार को रोजगार सृजन करने के बारे में पता ही नहीं है. भारत जैसे देश में जहां बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हैं और लोगों को नौकरी की जरूरत है, लेकिन बहुत सारी रिक्तियां होने के बावजूद उनको भरा नहीं जा रहा.’

उन्होंने कहा, ‘यह कहने में अच्छा लगता है कि नौकरी देने वाले बनो, नौकरी मांगने वाले नहीं. यह सोचिये कि अगर सब नौकरी देंगे तो नौकरी कौन करेगा. दुनिया में ज्यादातर लोग नौकरियां करते हैं. भारत भी अलग नहीं है. दुनिया के हर देश के लिए रोजगार बड़ी चुनौती है.’

उन्होंने कहा कि अगर पुरुषों के अनुपात में महिलाएं भी नौकरी करें तो भारत की जीडीपी में 900 अरब डॉलर का इजाफा हो जायेगा. चिदंबरम ने कहा, ‘देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या है. आप कहीं भी चले जाइए, बड़ी संख्या में ऐसे युवा मिल जायेंगे जिनके पास कोई काम नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘हर सरकारी विभाग में पद खाली हैं. देश में करीब एक लाख ऐसे स्कूल हैं जिनमें एक शिक्षक हैं.

उन्‍होंने कहा कि अगर ऐसे हर स्कूल में चार-चार शिक्षकों को नियुक्त कर दिया जाए तो चार लाख लोगों को नौकरी मिल जायेगी.’ चिदंबरम ने कहा कि अगर थोड़ा सा दिमाग लगाया जाए तो लाखों लोगों को नौकरी मिल जायेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार के कार्यकाल में निवेश ना के बराबर है और इस सरकार ने बाजार में ‘मांग’ को ही खत्म कर दिया है.

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