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काठ पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, स्थानीय नागरिक जयराज वेगड यह देखकर नाराज हो गया कि पल्लवीबेन अपना कार्य करने के दौरान कुर्सी पर बैठी हुई है. पल्लवीबेन के पति गणपत जाधव की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार, जयराज ने सवाल किया कि एक दलित होते हुए वह कुर्सी पर क्यों बैठी हुई है. जयराज ने कुर्सी को पैर से मारा जिससे पल्लवीबेन गिर गयीं. बाद में शाम में जयराज और करीब 25 अन्य लोग महिला के घर गये और परिवार के सदस्यों पर डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया.
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत हत्या के प्रयास और डकैती तथा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के तहत एक मामला दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी करडिया राजपूत समुदाय से हैं, जो अन्य पिछड़ा वर्ग में आता है. पुलिस उपाधीक्षक (अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ, अहमदाबाद) पीडी मनवार ने कहा कि यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपी पल्लवीबेन का मंगलसूत्र भी छीन ले गये. आरोपियों ने जाधव के एक रिश्तेदार को कथित रूप से आग लगाने का भी प्रयास किया.
मामले की जांच कर रहे मनवार ने कहा कि इस मामले में शुक्रवार को तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में आरोपी के तौर पर नामित भरत वेगड ने बाद में पल्लवीबेन और उनके पति के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया कि दंपति और उनके रिश्तदारों ने उस पर एवं अन्य पर हमला किया.