पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट किया है, ‘सीबीआई एक अखबार को आरोपपत्र लीक करती है, क्योंकि वह मीडिया द्वारा ट्रायल चाहती है. सौभाग्यवश, हमारी विधि व्यवस्था में ट्रायल सिर्फ अदालत में ही चल सकता है.’
उन्होंने कहा, ‘एफआईपीबी (विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड) निर्णय लेता है कि क्या कोई प्रस्ताव वित्त मंत्री के दायरे में आता है. एफआईपीबी ने मेरे समक्ष प्रस्ताव (एफडीआई का) रखा और मैंने 20 अन्य प्रस्तावों के साथ इसे मंजूरी प्रदान की.’
चिदंबरम पर क्या हैं आरोप
चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस सौदे मामले में नियमों की अहवेलना के आरोप का सामना कर रहे हैं. आरोप है कि चिदंबरम ने 3,500 करोड़ रुपये की एफडीआई को आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की अनुमति के बगैर मंजूरी दे दी थी.