Hindu: यूपी में धर्मांतरण का खेल, 12 हिंदू परिवारों को बनाया ईसाई, शादी का लालच…

Hindu families: गाजियाबाद के नंदग्राम थानाक्षेत्र के सेवानगर में प्रार्थना सभाओं की आड़ में धर्मांतरण का खुलासा होने के बाद जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.

By Aman Kumar Pandey | September 25, 2024 8:18 AM
an image

Hindu families: गाजियाबाद के नंदग्राम थानाक्षेत्र के सेवानगर में प्रार्थना सभाओं के आड़ में चल रहे धर्मांतरण का खुलासा होने के बाद जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं. पुलिस के अनुसार, ईसाई मिशनरियों द्वारा बीमारी का इलाज, शादी और आर्थिक सहायता का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. विदेशी फंडिंग की आशंका के चलते इन्ग्राहम शिक्षण संस्थान के पीटीआई और उसके साथियों के बैंक खातों की जानकारी की जांच की जा रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इन्ग्राहम संस्थान का पीटीआई जेराल्ड मैथ्यूज मैसी और उसके सहयोगी गरीब और जरूरतमंद लोगों को बीमारी के इलाज, शादी और रोजगार का झांसा देकर फंसाते थे. इसके बाद उन्हें ईसाई धर्म के रीति-रिवाजों के अनुसार प्रार्थना सभाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाता था. वहां, कुछ लोगों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार मदद देकर अन्य लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित किया जाता था.

इसे भी पढ़ें: EPFO पेंशन योजना में बड़े बदलाव की तैयारी, कर्मचारियों को मिल सकता है पेंशन फंड में PF राशि बदलने का विकल्प

बजरंग दल के धर्म जागरण प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक नवीन सिंह का दावा है कि धर्मांतरण का यह गिरोह गाजियाबाद सहित आसपास के जिलों में भी सक्रिय है और अब तक हजारों लोगों का धर्म परिवर्तन करा चुका है. पुलिस ने बताया कि मकान से ईसाई धर्म की पुस्तकें और प्रचार सामग्री बरामद की गई है और बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की संभावना जताई जा रही है. बजरंग दल धर्म जागरण प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक नवीन सिंह के अनुसार, गिरोह ने नंदग्राम थानाक्षेत्र के 11 परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया है. इसके अलावा, संजय नगर सेक्टर-23 के एक और परिवार के धर्मांतरण की भी जानकारी मिली है. गाजियाबाद के अन्य इलाकों में भी इस गिरोह की सक्रियता की जानकारी सामने आई है, और संगठन इस पर अपनी ओर से जांच कर रहा है.

इसे भी पढ़ें: India को क्यों नहीं मिल रहा वीटो पॉवर, किसने रोका है UNSC में एंट्री का रास्ता अमेरिका या चीन?

इन्ग्राहम शिक्षण संस्थान के पीटीआई जेराल्ड मैथ्यूज मैसी और उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद, कुछ लोग उनके समर्थन में नंदग्राम थाने पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने धर्मांतरण के आरोपों को गलत बताते हुए हंगामा किया. बताया जा रहा है कि मैसी के समर्थन में आए लोग गाजियाबाद और आसपास के जिलों से थे. बजरंग दल के नवीन सिंह का कहना है कि ये वही लोग हैं जिनका पहले ही धर्म परिवर्तन हो चुका है. एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है, साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि धर्मांतरण के लिए किसी प्रकार की फंडिंग हो रही थी या नहीं. करीब एक साल पहले करहेड़ा में भी धर्म परिवर्तन का एक मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस ने सात महिलाओं समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. ये आरोपी एक किराये के तीन मंजिला मकान में धर्मांतरण का गिरोह चला रहे थे. वहां मौजूद लोगों ने बताया कि उन्हें कीर्तन के बहाने बुलाया गया था, लेकिन वहां कीर्तन के बजाय प्रार्थना में शामिल किया गया. आरोप था कि उन्हें ईसाई धर्म अपनाने पर सभी दुखों से मुक्ति दिलाने का झांसा दिया गया था.

इसे भी पढ़ें: Holiday: 27 सितंबर को छुट्टी के ऐलान से मची खलबली, बंद रहेंगे सभी सरकारी दफ्तर! जानिए वजह

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि लोगों को पैसे का भी लालच दिया गया था और उन्हें बाइबिल और प्रचार सामग्री दी गई थी. आरोपी इस पूरी प्रक्रिया का एक वीडियो भी बनाते थे, जो वायरल होने के बाद इस मामले की शिकायत की गई थी. जांच से यह भी पता चला कि वहां सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन की साजिश रची जा रही थी और जो लोग धर्म परिवर्तन से इनकार करते थे, उन्हें लाखों रुपये देने का प्रलोभन दिया जाता था. मोदीनगर के शाहजहांपुर गांव में 22 जुलाई 2022 को बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया था. पुलिस ने इस संबंध में हापुड़ निवासी महेंद्र और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जो ईसाई मिशनरी की संस्था चला रहे थे. मोदीनगर पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी थी, जबकि गांव के ही कंवरपाल और उनकी पत्नी कुसुम को क्लीन चिट दे दी गई थी.

इसे भी पढ़ें: ATM Card के जरिए बिना प्रीमियम के पाएं 10 लाख तक का फ्री इंश्योरेंस, जानें कैसे उठाएं लाभ

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version