जानकारी के अनुसार पुलवामा जिले के त्राल में आतंकियों ने दो और पुलिसकर्मियों के बेटों को अगवा कर लिया है, जबकि एक अन्य जवान के भाई को अगवा करने के बाद उसे छोड़ दिया है. इसके साथ ही अगवा किये गये लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गयी है. यहां चर्चा कर दें कि दो दिन के दौरान एक साथ नौ परिजन को अगवा करने का यह पहला मामला माना जा रहा है. गत बुधवार को त्राल से एक पुलिसकर्मी के बेटे और गंदेरबल से एक पुलिस जवान के परिवार के सदस्य को आतंकियों ने अगवा किया था. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों और जवानों के परिजनों के अगवा करने का सिलसिला अगले दिन भी जारी रहा.
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खबरों की मानें तो गंदेरबल से अगवा शख्स के साथ आतंकियों ने बुरी तरह से मारपीट भी की और बाद में उसे छोड़ दिया. इसके बाद गुरुवार रात पुलिसकर्मियों के सात परिजन को शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, त्राल और अवंतिपोरा से अगवा किया गया. इनमें एक डीएसपी का भाई भी शामिल है. इस बीच पुलिस ने आतंकियों की तलाश तेज कर दी है. अपहरण की घटनाओं के सामने आने के बाद अब पूरी घाटी में हाई अलर्ट का ऐलान किया गया है.
मामले को लेकर डीजीपी डॉ. एसपी वैद ने कहा है कि छानबीन की जा रही है. गौर हो कि घाटी में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से आतंकी बौखलाए चुके हैं. उन्होंने धमकी दी थी कि यदि उनके साथ ज्यादा ज्यादती की गयी, तो सुरक्षाबलों के परिवार भी सुरक्षित नहीं रह पाएंगे.
महबूबा का विवादित बयान
मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक आपत्तिजनक बयान दिया है. महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि आतंकी और फोर्स एक दूसरे के परिवार को प्रताड़ित करने का काम कर रहे हैं. महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि आतंकी और फोर्स एक दूसरे के परिवारवालों को प्रताड़ित कर रही हैं. यह निंदनीय है और हमारी स्थिति के स्तर के और नीचे गिरने का प्रतीक है. महबूबा ने लिखा कि परिवारों को उस बाद के लिए पीड़ित नहीं होना चाहिए जिनपर उनका नहीं के बराबर नियंत्रण है. इधर , नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना की निंदा की है.