थल सेना में एक लाख सैनिकों की संख्या कम करने की तैयारी, बैठक आज

नयी दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और शीर्ष कमांडर सैन्य संगठन के पुनर्गठन को लेकर मंगलवार को विशेष बैठक करेंगे. इस बैठक में करीब 1,00,000 सैनिकों की संभावित कटौती समेत सेना में बड़े सुधारों पर भी चर्चा होगी. सूत्रों के मुताबिक सेना का शीर्ष नेतृत्व कैडर समीक्षा और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2018 8:51 AM
an image

नयी दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और शीर्ष कमांडर सैन्य संगठन के पुनर्गठन को लेकर मंगलवार को विशेष बैठक करेंगे. इस बैठक में करीब 1,00,000 सैनिकों की संभावित कटौती समेत सेना में बड़े सुधारों पर भी चर्चा होगी. सूत्रों के मुताबिक सेना का शीर्ष नेतृत्व कैडर समीक्षा और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना को ‘हल्का और सार्थक’ बनाने के लिए जरुरी कदमों समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेगा.

चर्चा है कि सेना पुनर्गठन के तौर पर अगले पांच सालों में 1,00,000 से अधिक सैनिकों की कटौती कर सकती है. ब्रिगेडियर रैंक खत्म करने पर भी विचार कर रही है. फिलहाल सेना में करीब 13 लाख सैन्यकर्मी हैं. रक्षा मंत्रालय पहले ही सेना के लिए विभिन्न सुधारों की घोषणा कर चुका है, जिनमें करीब 57,000 अधिकारियों और अन्य कर्मियों की पुनर्तैनाती व संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल शामिल है.

चार स्टडी-ग्रुप : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में सेनाध्यक्ष ने सेना के पुर्नगठन के लिए चार स्टडी-ग्रुप का गठन किया था. ये ग्रुप सेना की फील्ड फॉर्मेशन, सेना मुख्यालय, कैडर रिव्यू और जेसीओ रैंक के सैनिकों के काम करने के तरीकों से जुड़े हुए हैं. जल्द ही चारों ग्रुप अपनी रिपोर्ट सेनाध्यक्ष को सौंप देंगे.

पुनर्गठन की जरूरत क्यों : सूत्रों के मुताबिक, सेना प्रमुख चाहते हैं कि रक्षा बजट के बेहतर इस्तेमाल के लिए बेहद जरूरी है कि सेना का आकार थोड़ा छोटा किया जाये. अभी रक्षा बजट का करीब 83 प्रतिशत हिस्सा सैनिकों की सैलरी में खर्च (राजस्व खर्चा) हो जाता है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version