दिन में करता था दर्जी का काम, रात में बन जाता था सीरियल किलर, जानें पूरी खबर

भोपाल : भूत एवं आत्मा के डर से किसे डर नहीं लगता. आम क्या, खास लोगों की भी इनके सामने सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाती है. फिर यह तो सिर्फ एक ट्रक ड्राइवर था. पिछले आठ साल में मध्यप्रदेश सहित देश के चार राज्यों में राजमार्ग पर 33 ट्रक चालक एवं क्लीनरों की हत्या कबूलने वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2018 9:06 AM
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भोपाल : भूत एवं आत्मा के डर से किसे डर नहीं लगता. आम क्या, खास लोगों की भी इनके सामने सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाती है. फिर यह तो सिर्फ एक ट्रक ड्राइवर था. पिछले आठ साल में मध्यप्रदेश सहित देश के चार राज्यों में राजमार्ग पर 33 ट्रक चालक एवं क्लीनरों की हत्या कबूलने वाले अंतरराज्यीय ट्रक लुटेरे गिरोह के सरगना आदेश खामरा (50) को पुलिस ने भूतों की कहानी एवं आत्माओं का डर दिखाकर ही उसके द्वारा किये गये गुनाहों का चिट्ठा खुलवा लिया. पुलिस उससे उसके द्वारा की गयी और हत्याओं का राज खुलवाने की कोशिश कर रही है.

सीरियल किलर मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि दर्जी से ट्रक लुटेरा बने खामरा को भूतों की कहानी एवं उसके द्वारा मारे गये लोगों की आत्माओं का डर दिखाने के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. वह डर के मारे कत्ल में अपना हाथ होने की बात कबूल रहा है. पुलिस ने पूछताछ के सभी तरीके अपनाने के बाद यह तरीका अपनाया. पुलिस ने उसे यह कहकर डराया कि तुझे क्या लगता है, तेरे बेटे का चार महीने में दो बार एक्सीडेंट कैसे हो गया? जिन बेकसूरों को तूने मार डाला, उनकी आत्माएं तेरे खिलाफ हो गयी हैं. ये तेरे जुर्म हैं, जो तेरा बेटा भुगत रहा है. अधिकारी ने उससे कहा कि उसके पास प्रायश्चित का एक ही रास्ता बचा है. अपने द्वारा किये गये सभी अपराधों के विस्तृत ब्योरे को कबूलना चाहिए. यदि वह ऐसा नहीं करेगा, तो उसके कर्मों की सजा उसके पूरे परिवार को भुगतनी पड़ेगी.

इतना सुनते ही ट्रक चालक एवं क्लीनरों की हत्या करने पर खिलखिला कर हंसने वाला खामरा टूट गया और अपने गुनाह कबूल कर लिये. उसने अब तक 33 ट्रक चालक एवं क्लीनरों की हत्या कर ट्रक का माल लूटना कबूल चुका है. ये हत्याएं उसने 2010 से लेकर अब तक की हैं.

लूट का माल बिहार में बेचता था गिरोह
इस गैंग ने 2010 से लेकर अब तक इन घटनाओं को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र एवं ओड़िशा में अंजाम दिया. पुलिस ने बताया कि लूटे गये ज्यादातर ट्रक बेच दिये गये हैं या ट्रक के विभिन्न पुर्जों को अलग-अलग कर बिहार में ठिकाना लगा दिया है. वहीं, ट्रक से लूटे गये माल को मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं बिहार में बेचा गया है. पुलिस ने लूट का काफी माल बरामद किये हैं.

हत्या कर बोलता था – मैं इनको मोक्ष दे रहा हूं
खामरा का सहयोगी जयकरण ट्रक चालकों से दोस्ती करता था. इसके बाद खामरा को मालिक बताकर बुलाया जाता था. फिर पार्टी के बहाने चालक एवं क्लीनर को खाने-पीने के साथ नींद की गोली दे देते थे. इसके बाद ट्रक लूटकर उनकी हत्या कर देते थे और सबूत मिटाने के लिए लाश को नदी में फेंक देते थे. खामरा के एक साथी ने बताया कि जब वह लोगों को मारता था, तो वह हंसता था और कहता था, मैं इनको मोक्ष दे रहा हूं.

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