नयी दिल्ली : भारत को प्रौद्योगिकी वर्चस्व से मुकाबला करना सीखना चाहिए जिसकी जरूरत मानव जीनोमिक्स और परमाणु हथियार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में है. यह बात सरकार के एक पूर्व प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने कही है. डा. आर चिदंबरम ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि प्रौद्योगिकी एक शक्ति के तौर पर देखा जा सकता है, यह निकट भविष्य में भी बनी रहेगी. जीनोमिक्स आनुवंशिक विज्ञान में एक ऐसा क्षेत्र है जो जीन के अनुक्रमण और विश्लेषण से संबंधित है.
संबंधित खबर
और खबरें