मुंबई: जातिसूचक टिप्पणी के बाद जूनियर डॉक्टर ने की आत्महत्या, आरोपी तीनों डॉक्टर गिरफ्तार
मुंबईः मुंबई के नायर अस्पताल से पीजी कर रही डॉ पायल तड़वी की खुदकुशी मामले में पुलिस ने आरोपी तीनों डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है. संभवतः आज उनकी कोर्ट में पेशी होगी. आरोप है कि इन तीनों डॉक्टरों की जातिगत टिप्पणियों से तंग आकर 26 वर्षीय डॉ पायल तड़वी ने खुदकुशी कर ली. […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2019 10:14 AM
मुंबईः मुंबई के नायर अस्पताल से पीजी कर रही डॉ पायल तड़वी की खुदकुशी मामले में पुलिस ने आरोपी तीनों डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है. संभवतः आज उनकी कोर्ट में पेशी होगी. आरोप है कि इन तीनों डॉक्टरों की जातिगत टिप्पणियों से तंग आकर 26 वर्षीय डॉ पायल तड़वी ने खुदकुशी कर ली. पुलिस ने मंगलवार को भक्ति मेहर को प्रारंभिक पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था जबकि हेमा आहूजा को कल रात और अंकिता खंडेलवाल को बुधवार को गिरफ्तार किया. आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली 26 वर्षीय पायल को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में तीन वरिष्ठ साथी डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. दो अन्य आरोपी अंकिता खंडेलवाल और हेमा आहूजा ने सत्र न्यायाधीश के समक्ष अग्रिम जमानत की याचिका दायर की है.
Mumbai doctor suicide: All 3 accused arrested, likely to be produced in court today
इधर, इस मामले में छात्रों एवं आदिवासी संगठनों द्वारा प्रदर्शन जारी है. इस बीच राज्य महिला आयोग ने कॉलेज के डीन से मामले में रिपोर्ट भी मांगी है. आयोग ने बताया कि उसने रिपोर्ट में प्रशासन एवं छात्रों के बीच संवाद की कमी पर भी आठ दिन के अंदर जवाब मांगा है. इस बीच जातिसूचक टिप्पणी कर 26 वर्षीय सहयोगी डॉक्टर को आत्महत्या के लिए उकसाने की आरोपी तीन महिला डॉक्टरों ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
आरोप है कि 26 वर्षीया पायल तडवी ने जातिसूचक टिप्पणियों से आहत होकर आत्महत्या कर ली थी. बीएमसी द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज की तीन डॉक्टरों – अंकिता खंडेलवाल, हेमा आहूजा और भक्ति मेहारे ने महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) को लिखे पत्र में कहा कि वे चाहती हैं कि कॉलेज इस मामले में निष्पक्ष जांच करे और उन्हें न्याय मिले. घटना सामने आने के बाद एमएआरडी ने तीनों डॉक्टरों को निलंबित कर दिया था. पायल के परिवार ने आरोप लगाया है कि अनुसूचित जनजाति से होने के कारण उसे परेशान किया जाता था