तीन तलाक पर बोले आजम खान – ”यह व्‍यक्तिगत मामला, कुरान से अगल कोई बात स्‍वीकार नहीं”

नयी दिल्ली : समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने सोमवार को देश की तुलना ‘एक बेहतरीन इंसान’ करते हुए कहा कि इसे ‘बेहतरीन इंसान’ बने रहना चाहिए. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषाण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए आजम खान ने तीन तलाक बिल पर भी चर्चा की और कहा, यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2019 9:31 PM
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नयी दिल्ली : समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने सोमवार को देश की तुलना ‘एक बेहतरीन इंसान’ करते हुए कहा कि इसे ‘बेहतरीन इंसान’ बने रहना चाहिए. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषाण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए आजम खान ने तीन तलाक बिल पर भी चर्चा की और कहा, यह व्‍यक्तिगत मामला है और इसमें कुरान से हटकर कोई बात स्‍वीकार नहीं किया जाएगा.

उन्‍होंने कहा, कोई एक तलाक मानता है, माने, कोई दो मानता है, माने. कोई तीन तलाक मानता है, माने. नहीं मानता है, मत माने. आजम खान ने कहा, यह व्‍यक्तिगत मामला है, इस पर कुरान जो फैसला देता है, उससे हटकर कोई बात नहीं माना जाएगा.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बहुत बड़ी जिम्मेदवारी है और ऐसे में जो कहा जाए, उसे पूरा भी किया जाना चाहिए. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए आजम खान ने कहा कि हमारी व्यवस्था ऐसी है जिसमें राष्ट्रपति को लिखा हुआ पढ़ना होता है. ऐसे में जिन बुनियादी सवालों के जवाब इसमें होने चाहिए थे, वे इसमें नहीं थे.

उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुल्क में दूसरी सबसे बड़ी आबादी के साथ जो सलूक किया जा रहा है, वह ठीक नहीं है. खान ने कहा कि इस सदन में कहा गया कि जो बंदे मातरम नहीं बोलेगा, उसे देश में रहने का अधिकार नहीं है. ‘हमें यह समझना होगा कि आज भी हिन्दू, मुस्लिम एक ही मोहल्ले में साथ साथ रहते हैं, लेकिन इस तानेबाने को खराब करने का प्रयास हो रहा है जो ठीक नहीं है.’

उन्होंने कहा कि आज बात 1947 की होती है और आजादी के बाद पिछले 70 वर्षो का जिक्र भी होता है. ऐसा बताने का प्रयास होता कि जो भी विकास का काम हुआ, वह पिछले पांच वर्षो में ही हुआ. सपा नेता ने कहा, ‘हिन्दुस्तान एक बेहतरीन इंसान है और इसे बेहतरीन इंसान बने रहना चाहिए.’उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनावी जीत पर बधाई दी और कहा कि उन पर बहुत बड़ी जिम्मेदवारी है. ऐसे में जो कहा जाए, वह किया भी जाना चाहिए. आजम खान ने कहा कि संविधान सर्वोपरि है और हमें संविधान को मानना चाहिए.

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