‘डार्क इज़ ब्यूटीफुल” : नंदिता, रंग को लेकर पूर्वाग्रह हमारे पितृसत्तात्मक समाज की देन: नंदिता दास
नयी दिल्ली : अभिनेत्री-निर्देशक नंदिता दास का मानना है कि सुंदरता की कोई एक परिभाषा नहीं हो सकती और ‘सुंदरता देखने वाले की आंखों में निहित है. ‘ नंदिता दास के अनुसार यह विचार मुख्य रूप से समाज की पितृसत्तात्मक स्थापना से उपजा है और वह उम्मीद करती हैं कि एक समय आएगा जब रंग […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2019 3:54 PM
नयी दिल्ली : अभिनेत्री-निर्देशक नंदिता दास का मानना है कि सुंदरता की कोई एक परिभाषा नहीं हो सकती और ‘सुंदरता देखने वाले की आंखों में निहित है. ‘ नंदिता दास के अनुसार यह विचार मुख्य रूप से समाज की पितृसत्तात्मक स्थापना से उपजा है और वह उम्मीद करती हैं कि एक समय आएगा जब रंग रुप को नहीं बल्कि उपलब्धियों को महत्व दिया जाएगा.