इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीलमपुर टी प्वाइंट पर लोग एकत्र हुए और दोपहर करीब बारह बजे विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और सरकार के विरोध में नारे लगाये. रैली में शामिल मोहम्मद सादिक ने बताया कि उनका यह विरोध जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई तथा देश में एनआरसी लागू करने के लिए तैयार की जा रही पृष्ठभूमि के खिलाफ है. कासिम नामक एक अन्य व्यक्ति ने कहा देश में एनआरसी लागू नहीं होना चाहिए. हमारा विरोध इसी बात को लेकर है. पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है ताकि एनआरसी देश भर में लागू किया जाये.
मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीख रहे आईटीआई के नूर ने कहा कि इस कानून के जरिये हिंदू मुसलमानों के बीच दरार पैदा की जा रही है. उन्होंने कहा, जामिया में अगर विरोध प्रदर्शन हुआ भी था तो भी पुलिस को लाइब्रेरी और परिसर में घुसने का हक नहीं था. जाफराबाद थाने के बाहर भी प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारे लगाये गये. इस बीच सीलमपुर इलाके में विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर उत्तर-पूर्व दिल्ली के पांच मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार मंगलवार को बंद कर दिये गये.
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, सीलमपुर और गोकुलपुरी में प्रवेश और निकास द्वार बंद हैं. इन स्टेशनों पर मेट्रो ट्रेन नहीं रुकेंगी. इससे पहले डीएमआरसी ने वेलकम, जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया. उत्तर-पूर्व दिल्ली के सीलमपुर इलाके में उग्र प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून को रद्द करने की मांग करते हुए पुलिस के साथ संघर्ष किया, उन पर पथराव किया और कई बसों में तोड़फोड़ की.