आइएनएस कोलकाता,समंदर का सिकंदर

मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश के सबसे बड़े स्वदेश निर्मित युद्धपोत आइएनएस कोलकाता को राष्ट्र को समर्पित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सैन्य शक्ति युद्ध का सर्वश्रेष्ठ प्रतिरोधक है. इनदिनों युद्ध लड़ना और जीतना कठिन नहीं रह गया है, लेकिन अत्याधुनिक हथियारों से लैस आधुनिक सेना ही युद्ध के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2014 7:06 AM
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मुंबई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश के सबसे बड़े स्वदेश निर्मित युद्धपोत आइएनएस कोलकाता को राष्ट्र को समर्पित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सैन्य शक्ति युद्ध का सर्वश्रेष्ठ प्रतिरोधक है. इनदिनों युद्ध लड़ना और जीतना कठिन नहीं रह गया है, लेकिन अत्याधुनिक हथियारों से लैस आधुनिक सेना ही युद्ध के खिलाफ गारंटी है.

जब हम सक्षम होंगे, तो कोई चुनौती देने का साहस नहीं कर सकता. वैश्विक कारोबार में नौवहन सुरक्षा के महत्व की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वृहद तटीय क्षेत्र होने के कारण भारत इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. आइएनएस कोलकाता नौवहन कारोबार में शामिल लोगों में भरोसा जगायेगा. यह हमारे सैन्य कौशल को बढ़ावा देगा.

रक्षा क्षेत्र में 49 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का जिक्र करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि अगले कुछ वर्षों में छोटे उपकरणों का निर्यातक बनें. बदलती दुनिया में केवल सैन्य शक्ति ही नहीं, बल्कि बुद्धि बल भी महत्वपूर्ण है. अपने भाषण के दौरान उन्होंने छत्रपति शिवाजी को भी याद किया. नौसेना डाकयार्ड पर आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री अरुण जेटली और नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धवन भी मौजूद थे.

– अत्याधुनिक हथियार प्रणाली

* सतह से सतह पर मार करनेवाली अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइलें

* रॉकेट लांचर, टॉरपीडो ट्यूब लांचर

* सोनार हमसा, इडब्ल्यूएस एलोरा व

– एके-630 बंदूकें

* पनडुब्बी रोधी प्रौद्योगिकी

* नौसेना के दो सी-किंग हेलीकॉप्टर साथ रखने में सक्षम

* दुश्मन को कर देगा भ्रमित

विशिष्ट बनावट और अतिसंवेदनशील रडार के कारण दुश्मनों के रडार को चकमा देने में सक्षम यह पोत दुश्मनों के रडार पर किसी छोटी नौका जैसा दिखाई देगा, जिसके दम पर यह उन्हें भ्रमित कर देगा और काफी करीब पहुंच कर हमला कर देगा.

* बिजली की व्यवस्था

पावर के लिए इसमें लगे चार गैस टरबाइन जेनरेटर एवं एक डीजल ऑल्टरनेटर किसी छोटे-मोटे शहर को भी रोशन करने की क्षमता रखते हैं. इस पर 30 अधिकारी एवं 330 नौसैनिक तैनात होंगे.

* अत्यंत दुर्जेय साबित होगा यह पोत

समुद्री व हवाई हमले के दौरान 400 किलोमीटर की सीमा में दुश्मन को खदेड़ने में सक्षम ऐसा पोत भारत के अलावा चंद देशों के पास ही है. आइएनएस कोलकाता में नौसेना की जरूरत के हर वो हथियार हैं, जो दुश्मन के दांत खट्टे कर सकते हैं. दुश्मन के पनडुब्बियों को नेस्तनाबूद कर देनेवाले बेहद आधुनिक हथियार भी लगे हैं. महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 15-अल्फा के तहत निर्मित यह पोत अपनी श्रेणी का दुनिया भर में कहीं भी अत्यंत दुर्जेय साबित होगा. पोत में लगे अधिकांश हथियार और सेंसर घरेलू तकनीक से निर्मित हैं. एमडीएल द्वारा निर्मित सबसे बड़ा स्टेल्थ विध्वंसक आइएनएस कोलकाता दिल्ली श्रेणी यानी आइएनएस दिल्ली, आइएनएस मैसूर और आइएनएस मुंबई के पोतों का उन्नत संस्करण है.

* सितंबर में तैनात होगी बराक मिसाइल

रूस की मदद से बनी मिसाइल ब्रह्मोस और इस्राइल की मदद से तैयार की गयी बराक मिसाइल लगी है. तकनीकी कारणों से बराक मिसाइल सितंबर से पहले इस युद्धपोत में नहीं लग पायेगी. दरअसल, इसे टेस्टिंग के लिए इस्राइल भेजा गया था, लेकिन पश्चिम एशिया में जारी युद्ध के कारण दक्षिण कोरिया में यह फंस गया. इसे वापस मंगा लिया गया है. इसे फिर से इस्राइल भेजा जायेगा और टेस्टिंग के बाद युद्धपोत पर तैनात कर दिया जायेगा.

* नामकरण

आइएनएस कोलकाता का नामकरण भारत के सांस्कृतिक शहर कोलकाता के नाम पर किया गया है. इसका घोष वाक्य है : युद्धाय सर्वसन्नद्ध अर्थात युद्ध के लिए सदा तैयार.

– दो और पोत

* कोलकाता श्रेणी का पहला जंगी पोत

* इस श्रेणी के दो और पोत (आइएनएस कोच्चि और आइएनएस मुंबई) जल्द नौसेना को मिलेंगे डिजाइन और निर्माण

* डिजाइन भारतीय नौसेना के डिजाइन ब्यूरो ने तैयार किया

* 2606 करोड़ का युद्धपोत

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