नयी दिल्लीः वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपनी पुस्तक इलेक्शन दैट चेन्ज इंडिया में कांग्रेस पार्टी की नेतृत्व क्षमता पर ठीक उसी तरह सवाल खड़ा किया है जैसे संजय बारू की किताब द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर में किया गया था. इस किताब में लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस की बदली हैसियत का भी […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2014 6:11 PM
नयी दिल्लीः वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपनी पुस्तक इलेक्शन दैट चेन्ज इंडिया में कांग्रेस पार्टी की नेतृत्व क्षमता पर ठीक उसी तरह सवाल खड़ा किया है जैसे संजय बारू की किताब द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर में किया गया था. इस किताब में लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस की बदली हैसियत का भी प्रमुखता से जिक्र है.
इससे कई तरह के सवाल भारतीय राजनीति में खड़े हो गये है. सरदेसाई ने अपनी किताब में बताया है किस तरह पार्टी व सरकार में एक व्यक्ति का पूर्व वर्चस्व हो गया है. इस पुस्तक में एक और पक्ष की बड़ी प्रमुखता से चर्चा की गयी है इसमें नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की तुलना दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार्यशैली से की गयी है. उन्होंने अपनी पुस्तक इलेक्शन दैट चेन्ज इंडिया में लिखा है किस तरह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से उनके सहयोगी डरते थे. ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके सहयोगी डरते हैं