नयी दिल्ली: खाने पीने की अनियमित आदतों और कंप्यूटर के सामने या फिर दफ्तर में लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहने की वजह से देश में मधुमेह के रोगियों की संख्या बढती जा रही है. वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम के इस संबंध में किये गये सर्वेक्षण के अनुसार इस समय जहां करीब सात करोड भारतीय इस बीमारी के शिकार है वहीं वर्ष 2035 तक यह संख्या 12.5 करोड तक पहुंच जाने का अनुमान है.
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