लोकसभा में पाकिस्तान से आए हिन्दू शरणार्थियों सहित उठे विभिन्न मुद्दे

नयी दिल्ली : संसद में आज पाकिस्तान से भारत आए हिन्दू विस्थापितों, मुंबई में लोकल ट्रेन की दुर्घटनाओं में पिछले पांच दिन में 42 लोगों की मौत, दिल्ली में माता-पिता द्वारा अपनी बेटी की कथित रुप से झूठी शान के लिए हत्या करने जैसे मामलों को सदस्यों ने उठाया और सरकार से उन पर संज्ञान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2014 1:59 PM
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नयी दिल्ली : संसद में आज पाकिस्तान से भारत आए हिन्दू विस्थापितों, मुंबई में लोकल ट्रेन की दुर्घटनाओं में पिछले पांच दिन में 42 लोगों की मौत, दिल्ली में माता-पिता द्वारा अपनी बेटी की कथित रुप से झूठी शान के लिए हत्या करने जैसे मामलों को सदस्यों ने उठाया और सरकार से उन पर संज्ञान लेने को कहा.

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान लोकमहत्व के मामले उठाए जाने के समय भाजपा के पी पी चौधरी ने राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर इलाकों में बरसों से विस्थापितों का जीवन जी रहे पाकिस्तान से आए हिन्दुओं के मुद्दे को मामला उठाते हुए उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान करने की मांग की.

चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दू समुदाय प्रताडना का सामना कर रहा है और उस समुदाय की बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है. इसी के चलते उनमें से बडी संख्या में लोग भारत आ रहे हैं. सरकार से उन्होंने मांग की कि वह कानून में बदलाव करके पाकिस्तान से आए ऐसे हिन्दुओं को नागरिकता प्रदान करने के काम में तेजी लाए.

शिव सेना के अरविंद सावंत ने कहा कि मुंबई की लाईफ लाईन माने जाने वाली लोकल ट्रेन से दुर्घटनाओं के चलते मरने वालों की संख्या दिनों-दिन बढती जा रही है. उन्होंने कहा कि 19 से 23 नवंबर के बीच केवल पांच दिनों में 42 लोग मारे जा चुके हैं और 55 जख्मी हुए हैं. केंद्र से उन्होंने मांग की कि ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वह तुरंत एहतियाती कदम उठाए.

भाजपा की किरण खेर ने हाल ही में दिल्ली में अपनी मर्जी से शादी करने वाली एक छात्र की उसके मां-बाप द्वारा कथित रुप से झूठी शान के लिए हत्या किए जाने का मामला उठाते हुए ऐसे मामलों को नियंत्रित करने के लिए इस तरह के अपराधों को भारतीय दंड संहिता के तहत अलग से परिभाषित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो में झूठी शान के लिए किए जाने वाली हत्याओं को अलग श्रेणी में रखने की व्यवस्था नहीं होने के कारण ऐसे मामलों के सही आंकडे तक उपलब्ध नहीं हैं.

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