अरविंद केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार को दी उद्योगपतियों के प्रॉपर्टी डीलर की संज्ञा

नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ आज लंबे अरसे बाद फिर एक साथ मंच पर नजर आए. करीब तीन साल पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में अन्ना के प्रमुख सहयोगी रह चुके केजरीवाल आज जंतर-मंतर पर भूमि अध्यादेश के खिलाफ अन्ना हजारे के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2015 5:12 PM
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नयी दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ आज लंबे अरसे बाद फिर एक साथ मंच पर नजर आए. करीब तीन साल पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में अन्ना के प्रमुख सहयोगी रह चुके केजरीवाल आज जंतर-मंतर पर भूमि अध्यादेश के खिलाफ अन्ना हजारे के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने जंतर मंतर पहुंचे. दिल्ली के जंतर-मंतर पर अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे एक बार फिर एक साथ उसी तरह नजर आए, जैसे 2010 में लोकपाल आंदोलन के वक्त आए थे. केजरीवाल अन्ना के ठीक बगल में बैठे और उनके आंदोलन को अपना समर्थन दिया.

किसान विरोधी व गरीब विरोधी है भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल

केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी सरकार जो भी संशोधन लाई है यह किसान विरोधी है, गरीब विरोधी है. उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कानून जनहित में नहीं है. अब मोदी सरकार का संशोधन भी गलत है.

मोदी सरकार को प्रॉपर्टी डीलर की तरह बताया

केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार प्रॉपर्टी डीलर की तरह काम कर रही है. उन्होंने कहा कि लोगों ने कांग्रेस और बीजेपी को नकार दिया है. केजरीवाल का कहना है कि जनता दोनों दलों को सबक सिखाएगी.

सचिवालय शुद्ध करने के लिए बुलाया

अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे को दिल्ली सचिवालय ‘शुद्ध’ करने के लिए बुलाया है. जंतर मंतर पर उन्होंने कहा कि अन्ना को मैं हमेशा अपना गुरु मानता हूं, अपने पिता समान मानता हूं. एक और निवेदन मैं अन्नाजी से करना चाहता हूं कि अन्नाजी 10 मिनट के लिए हमारे सचिवालय में चरण रखें तो हमारा सचिवालय शुद्ध हो जाएगा. गौरतलब है कि अन्ना ने यह घोषणा की थी कि कोई भी नेता उनके साथ मंच साझा नहीं कर सकता है. लेकिन कल ही केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अन्ना हजारे से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद अन्ना ने केजरीवाल के संबंध में यह छूट दी थी. कहा कि चूंकि वे एक मुख्यमंत्री भी हैं, इस नाते वह उनसे मंच में मिल सकते हैं.केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के तमाम विभागों के प्रमुखों से कहा कि अन्नाजी से मार्गदर्शन लें.

केजरीवाल बोले किसी भी जमीन का जबर्दस्ती अधिग्रहण नहीं होगा

मंच से अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हालांकि जमीन का मुद्दा दिल्ली सरकार के आधीन नहीं है, लेकिन आज दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाते मैं ऐलान करता हूं कि हमारी जितनी भी ताकत होगी दिल्ली में किसी की भी जमीन का जबर्दस्ती अधिग्रहण नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जिस तरह का कानून ला रही है उससे वह बड़े-बड़े उद्योगपतियों के लिए प्रॉपर्टी डीलर का काम करेगी.

अन्ना बोले अध्यादेश वापस नहीं लिया गया तो चुप नहीं बैठेंगे

सरकार पर केवल कॉरपोरेट के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए हजारे ने कहा कि जब तक सरकार विवादित अध्यादेश वापस नहीं लेती है वह चुप नहीं बैठेंगे. हजारे ने संवाददाताओं से कहा, राजनीतिक दल देश के हैं और सरकार चलाने वाले लोग भी देश के हैं. जो लोग नाइंसाफी झेल रहे हैं वो भी इसी देश के हैं. इसलिए किसान अगर अन्याय के शिकार हुए हैं और हर कोई अन्याय से लड़ने के लिए आता है तो क्या दिक्कत है.

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