निर्भया डाक्यूमेंटरी प्रकरण : प्रसारण रुकवाने के लिए गृहमंत्री रातभर रहे परेशान!

बलिया/नयी दिल्ली : दिल्ली सामूहिक बलात्कार कांड पर बनी डॉक्यूमेंट्री पर आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि इस मामले में शर्तां को उल्लंघ हुआ है तो कार्रवाई जरूर की जायेगी. वहीं एबीपी न्यूज की खबर की माने तो उनके सूत्रों ने खबर दी है कि इसका प्रसारण रोकने के लिए गृह मंत्री राजनाथ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2015 2:15 PM
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बलिया/नयी दिल्ली : दिल्ली सामूहिक बलात्कार कांड पर बनी डॉक्यूमेंट्री पर आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि इस मामले में शर्तां को उल्लंघ हुआ है तो कार्रवाई जरूर की जायेगी. वहीं एबीपी न्यूज की खबर की माने तो उनके सूत्रों ने खबर दी है कि इसका प्रसारण रोकने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की. प्रसारण रूकवाने के लिए गृहमंत्री रातभर परेशान रहे हैं. इस संबंध में राजनाथ सिंह ने कानून मंत्रालय से राय मांगी है. बीबीसी ने कहा है कि भारत का कानून केवल वहीं लागू होता है और डॉक्यूमेंट्री को प्रसारण ब्रिटेन में किया गया है. इसका प्रसारण भारत में नहीं किया जायेगा.सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय ने बीबीसी को अदालत के उस आदेश की कॉपी भेजी है, जिसमें उसके द्वारा बनायी गयी डाक्यूमेंट्री पर रोक लगाने को कहा गया है.

पीडिता के परिजनों ने घटना पर बनायी गयी बीबीसी की डाक्यूमेंटरी में उनकी बेटी का नाम सार्वजनिक किए जाने पर कडी आपत्ति जाहिर करते हुए इस संबंध में कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. पीडिता के पिता ने कहा, ‘‘ उनसे साफ तौर पर कहा गया था कि वे हमारी बेटी का नाम और फोटो जाहिर नहीं करें. उन्होंने ऐसा किया और यह सही नहीं है,हम इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे.’’ उन्होंने बलात्कार के दोषी मुकेश के आपत्तिजनक बयानों पर विरोध जताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीबीसी ने भारत सरकार को चुनौती दी है , भारत सरकार बीबीसी को माकूल जवाब देगी , इसका उन्हें भरोसा है.

पीडिता के पिता ने साथ ही कहा कि दोषी मुकेश का जेल में इण्टरव्यू किये जाने के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जो सजगता दिखायी है , उसकी वह प्रशंसा करते है और इसके साथ ही उनकी मांग है कि केंद्र सरकार उच्चतम न्यायालय में भी पहल करे ताकि लम्बित मामले में अदालत का जल्द से जल्द निर्णय आ सके. पीडिता के पिता ने कहा कि उनको बताया गया है कि बीबीसी ने सरकार की रोक के बावजूद उनकी बेटी पर आधारित डाक्यूमेंटरी को अनेक देशों में प्रसारित किया है तथा इसमें उनकी बेटी का नाम व फोटो उजागर किया है, जो सरासर गलत है. उन्होंने बीबीसी को अपनी बेटी का नाम व फोटो उजागर करने से मना किया था. उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि केंद्र सरकार रोक के बावजूद कार्यक्रम प्रसारित करने के मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगी.

उन्होंने कहा कि इस मामले में वे स्वयं भी अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे. इस डाक्यूमेंटरी में मुकेश का डाक्यूमेंटरी निर्माता लैसली उडविन द्वारा बीबीसी के लिए लिया गया साक्षात्कार शामिल हैं. मुकेश उस बस का ड्राइवर था जिसमें मूल रुप से बलिया निवासी 23 साल की पैरामेडिकल छात्र के साथ 16 दिसंबर 2012 की रात को छह लोगों द्वारा जघन्य बलात्कार किया गया था. वह स्वयं भी अपराध में शामिल था। मुकेश ने इस फिल्म में पीडिता के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं.

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