जम्मू : कश्मीर में फिर एक बार बाढ जैसे हालात होने के बाद वहां का जनजीवन प्रभावित हो गया है हालांकि अभी हालात पिछले साल सितंबर जैसे नहीं हैं. लेकिन पिछले 36 घंटे से जारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढा दी है. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज केंद्र से पूछा कि राज्य की मदद के लिए क्या कदम उठाये जा रहे हैं.
आपको बता दें की पिछले साल जब राज्य में यह त्रासदी आयी थी उस समय राज्य की कमान नेशनल कांग्रेस के पास थी और भाजपा ने राज्य में राहत कार्य पर प्रश्न उठाया था. प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने अपनी दीवाली कश्मीर पीडितों के साथ मनायी थी.
उमर अब्दुल्ला ने नरेंद्र मोदी सरकार पर पिछले साल की आपदा में प्रभावित होने वाले लोगों के पुनर्वास में देरी का भी आरोप लगाया. नेकां नेता ने कहा कि लोगों को बाढ के हालात पर राजनीति नहीं करनी चाहिए और लोगों की जान बचानी चाहिए.
अब्दुल्ला ने कहा,हम हालात पर राजनीति नहीं करना चाहते
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हम हालात पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं. महज सात महीना गुजरा है और लोग एक बार फिर से आपदा का सामना कर रहे हैं.’’ बाद में राज्य विधानसभा में उमर ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि राज्य में एक बार फिर बाढ की स्थिति का सामना कर रहे लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा के लिए सरकार ने क्या कदम उठाये हैं. उन्होंने यह भी जानना चाहा कि राज्य की मदद के लिए केंद्र क्या कर रहा है. उन्होंने केंद्र पर जम्मू कश्मीर के बाढ प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज जारी करने में भी देरी का आरोप लगाया.
केंद्र सरकार जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती है क्योंकि उनकी सरकार ने देर से चुनाव कराए जाने और पहले बाढ प्रभावित लोगों के पुनर्वास की मांग की थी. उमर ने कहा, ‘‘हमने उनसे कहा था कि पहले बाढ प्रभावितों की देखभाल की जाए लेकिन वे चुनावों पर आगे बढना चाहते थे जिससे पुनर्वास कार्य बाधित हुआ.’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि मूसलाधार बारिश के बाद इस बार राज्य में स्थिति बिगडी नहीं है और उम्मीद जतायी कि मौसम बेहतर होगा.
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों में मौसम खराब रह सकता है. सरकार से जानकारी मांगते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक सूचना की बात है लोगों को या तो अखबार या इंटरनेट के जरिए जानकारी मिली है. उन्होंने कहा, ‘‘अखबारों और इंटरनेट के जरिए हमें जानकारी मिली है, बस यह जानना चाहता हूं कि क्या यह सच है कि एनडीआरफ टीम कश्मीर पहुंच गयी है और पानी निकालने के लिए पंप लगाया गया है.’’
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