हालांकि उनमें से पांच दमकलकर्मी हैं.’ उन्होंने साथ ही बताया कि वे सभी खतरे से बाहर हैं. तटरक्षक बल ने एक बयान में बताया, ‘यह पोत मुंबई पश्चिम से करीब 200 किलोमीटर दूर था जब इसके इंजन में भीषण आग लग गयी. हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन स्थिति गंभीर थी जिसके चलते दमकलकर्मियों को बुलाना पडा और साथ ही चालक दल के सदस्यों को निकालना पडा. पोत पर चालक दल के कुल 33 सदस्य सवार थे.’
मुंबई में भारतीय तटरक्षक जहाजरानी बचाव समन्वय केंद्र को दोपहर बाद ओएनजीसी के आपूर्ति पोत में आग लगने की सूचना मिलने के बाद वह हरकत में आ गया और आग बुझाने के लिए दमकल अभियान शुरू किया गया. शर्मा ने बताया कि मुंबई में स्थित तटरक्षक बल के क्षेत्रीय मुख्यालय ने तत्काल अपने विमान एयर स्टेशन दमन को हालात का जायजा लेने के लिए रवाना कर दिया. इसके साथ ही केंद्र ने पोत के आसपास मौजूद अन्य जहाजों के साथ समन्वय स्थापित किया.’
शर्मा ने बताया कि इसके अतिरिक्त, तटरक्षक बल के विमान ने प्रभावित पोत में आपात स्थिति को टालने और इलाके में मौजूद अन्य पोतों से मदद हासिल करने के लिए बातचीत की. बयान के अनुसार, ‘ओएसवी ग्रेट अहिल्या’ ने चालक दल के सदस्यों को निकालने के लिए स्थापित किये गये संवाद का जवाब दिया. तटरक्षक बल के गश्ती जहाज ‘आइसीजीएस अचूक’ को भी सहायता के लिए भेजा गया.
इसके अतिरिक्त आइसीजीएस संकल्प और आइसीजीएस समुद्र प्रहरी को भी समुद्र में भेजा गया जो भीषण आग से निपटने के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण क्षमताओं से लैस थे.’ शर्मा ने बताया, ‘पोत के भीतर कुछ धुंआ है लेकिन स्थिति पूरी तरह से हमारे नियंत्रण में है.’ उन्होंने कहा, ‘साढे आठ बजे भी आग बुझाने का काम जारी था और धुंआ उस समय भी पोत से निकल रहा था.’