दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस मामले में मालवीय नगर से विधायक भारती की अग्रिम जमानत नामंजूर कर दी थी जिसके बाद पुलिस दल उनकी कल से तलाश कर रहा है. लिपिका ने कहा, ‘‘ हालांकि मुख्यमंत्री ने काफी समय लिया लेकिन यह अच्छी बात है कि वह अंतत: बोले. मैं उनकी शुक्रगुजार हूं.’ उन्होंने केजरीवाल के रख पर हैरानी जताते हुए कहा कि ‘आप’ ने अगस्त में दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में भारती को ‘‘महिला सशक्तिकरण’ के मुद्दे पर बोलने का अवसर क्यों दिया. लिपिका ने कहा, ‘‘ वे उनका बचाव कर रहे थे और उन्होंने उन्हें ऐसे मुद्दों पर बोलने का अवसर दिया. इसके मद्देनजर मैं निश्चित ही हैरान हूं कि मुख्यमंत्री ने यह रख अपनाया है. उन्हें पहले मुख्यमंत्री की तरह और बाद में मित्र की तरह व्यवहार करना चाहिए.’
यह बताए जाने पर कि भारती गिरफ्तारी से बच रहे हैं और वह उच्चतम न्यायालय में याचिका दे सकते हैं, लिपिका ने कहा, ‘‘ उन्हें जो कोई भी ऐसी सलाह दे रहा है, वह निश्चय ही उनका शुभचिंतक नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली पुलिस वह सब कुछ कर रही है, जो वह कर सकती है. उन्हें सामने आना चाहिए और पुलिस के साथ सहयोग करना चाहिए.’ मंत्रिमंडल में अपने पूर्व सहयोगी से जुडे विवाद पर चुप्पी तोडते हुए ‘आप’ प्रमुख ने भारती के पुलिस से छिपने संबंधी व्यवहार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि वह पुलिस से भाग क्यों रहें और जेल जाने से घबरा क्यों रहे हैं? केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ सोमनाथ को आत्मसमर्पण कर देना चाहिए. वह भाग क्यों रहे हैं? वह जेल जाने से इतना घबरा क्यों रहे हैं? वह अब पार्टी और अपने परिवार के लिए शर्मिंदगी की वजह बन रहे हैं.’