बेंगलुरू : कांग्रेस और उसके उपाध्यक्ष खुद को गरीबों का रहनुमा बताते हैं और हमेशा यह दावा करते हैं कि उनसे बेहतर कोई गरीबों का दर्द नहीं समझता है. लेकिन कनार्टक के रैनबेन्नूर में शनिवार को आयोजित राहुल गांधी की एक रैली के लिए जिस तरह एक किसान की लगभग तैयार फसल को काटकर बर्बाद किया गया, उसके बाद ऐसा नहीं लगता है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का गरीबों के दुख से कोई सरोकार है.
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