टीपू सुल्तान मामला :सांसद को धमकी मिलने के बाद भाजपा ने मांगा सीएम का इस्तीफा

मैसूर : कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कर्नाटक सरकार द्वारा इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन और उसके बाद हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बाद शुरू हुआ विवाद अभी भी जारी है. गुरुवार को ताजा मामले में मैसूर-कोडागू से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा को एक फेसबुक पेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2015 11:35 AM
an image

मैसूर : कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कर्नाटक सरकार द्वारा इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन और उसके बाद हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बाद शुरू हुआ विवाद अभी भी जारी है. गुरुवार को ताजा मामले में मैसूर-कोडागू से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा को एक फेसबुक पेज के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है जिसके बाद सांसद ने इसकी शिकायत पुलिस में की है. प्रताप ने सरकार के कार्यक्रम का विरोध किया था. आपको बता दें कि अभिनेता गिरीश कर्नाड को भी टीपू सुल्तान के गुनगान करने के बाद जान से मारने की धमकी दी गयी है.

‘टीपू सुल्तान’ के नाम से बने फेसबुक पेज पर भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के लिए धमकी भरा पोस्ट डाला गया जिसमें सांसद प्रताप सिम्हा की फोटो डालकर कन्नड़ भाषा में एक संदेश लिखा गया कि अगर तुमने ऐंटी मुस्लिम बयान देकर राजनीति करना जारी रखा तो तुम्हारा भी वही अंजाम होगा यानी मौत.

इधर, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि कर्नाटका के हालात खराब होते जा रहे हैं. यहां के मुख्‍यमंत्री का इस्तीफा मांगते हुए उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस अध्‍यक्ष यहां मार्च करेंगी ?

वहीं दूसरी ओर, मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की जयंती पर समारोह आयोजित करने को लेकर फैली हिंसा में मृतकों की संख्‍या तीन हो गयी है. 10 नवंबर से शुरू हुई इस हिसा में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक स्थानीय नेता की मौत के बाद मामला गरमा गया था. इस हिंसा में चार अन्य लोग भी घायल हो गए थे जिनमें से एक की मौत आज हो गयी. विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगडिया ने कहा था कि वोट की खातिर और अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए ये लोग बाबर, औरंगजेब और टीपू सुल्तान जैसे लोगों को याद करते हैं. यह हत्या इसी का नतीजा है.

आपको बता दें कि 10 नवंबर को भाजपा और कुछ अन्य संगठनों ने सरकार द्वारा पहली बार टीपू सुल्तान की जयंती मनाने के फैसले के विरोध में बंद का आह्वान किया था. भाजपा ने टीपू सुल्तान को ‘‘धार्मिक रुप से कट्टर’ बताते हुए समारोहों का बहिष्कार करने की घोषणा की थी.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version