जालंधर : देश में असहिष्णुता के नाम पर साहित्यकारों की पुरस्कार वापसी आंदोलन को ‘राजनीतिक आकाओं की नमक हलाली’ करार देते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने आज यहां कहा कि इन बुद्धिजीवियों के नजरिए से देखें तो ऐसा लगता है कि बिहार चुनाव तक ही देश में असहिष्णुता थी और परिणाम आने के बाद मुल्क में दोबारा सहिष्णुता वापस आ गयी है. उन्होंने पुरस्कार लौटाने वालों को ‘बौद्धिक आतंकवादी’ करार दिया.
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