कुछ लोग हमेशा समस्याओं की ही चर्चा करते हैं : मोदी
भारत में अपने विरोधियों पर परोक्ष रूप से चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि कुछ लोग हमेशा समस्याओं की ही चर्चा करते हैं जबकि उनकी सरकार समस्याओं को सुलझाने की दिशा में प्रयासरत है. उन्होंने कहा, ‘हां, हम भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं लेकिन हम उनमें से नहीं हैं जो केवल समस्याओं का रोना रोएंगे. हम उन समस्याओं का हल तलाश रहे हैं जिनका हम सामना कर रहे हैं.’ ‘फ्रेंड्स आफ इंडिया’ के एक समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘कुछ लोग ऐसे हैं जो हमेशा समस्याओं को गिनाने में लगे रहते हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इन समस्याओं का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत है और ‘इस दिशा में हो रहे प्रयासों के परिणाम अब सामने आ रहे हैं.’ मोदी ने हालांकि इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं कहा, वह साफ तौर पर से देश में विपक्षी दलों की ओर से लगातार समस्याओं को उठाए जाने की तरफ इशारा कर रहे थे. प्रधानमंत्री ने यहां करीब 3000 लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही जिसे हाल के संसद सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा जीएसटी समेत कई सुधार विधेयक को बाधित करने और राजग सरकार द्वारा विपक्ष को इस बात के लिए निशाना बनाये जाने के संदर्भ में देखा जा रहा है.
आतंकवाद के बढते खतरे के बारे में बोल रहे प्रधानमंत्री ने इस समस्या से निपटने के लिए वैश्विक समुदाय के एकजुट होने की जरुरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि 30 साल पहले जब आतंकवाद के पीडित भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर इस खतरे से निपटने के लिए जोर दिया था तो दुनिया इससे सहमत नहीं हुई थी. मोदी ने कहा ‘लेकिन अब विभिन्न हिस्सों में आतंकवाद की क्रूरता से दुनिया दहल गयी है. अब भारत दुनिया को यह समझाने में सफल रहा है कि यह समय की मांग है कि मानवता में विश्वास करने वाली सभी ताकतों को आतंकवाद के सफाये के लिए हाथ मिलाना चाहिए.’
भारत रूस संबंधों को ‘बहुत गहरा’ बताते हुए उन्होंने कहा कि रूस संकट की घडी में भारत के साथ चट्टान की तरह खडा रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर विभिन्न मुद्दों पर भी उसने भारत का साथ दिया है. मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने से दोनों देशों को मध्य एशिया में एक नयी ताकत के तौर पर उभरने में मदद मिलेगी और यूरेशिया क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए उत्प्रेरक बनेगा.