नयी दिल्ली : हैदराबाद विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र की एक चिकित्सक डा. एम. राजश्री ने गुरुवार को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के उस बयान का खंडन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि आखिरी समय में दलित शोधार्थी रोहित वेमुला तक किसी चिकित्सक को जाने नहीं दिया गया. डा. राजश्री ने कहा कि जब उन्हें सूचना मिली तब वे रोहित के कमरे में गयीं. चेकअप के बाद उन्होंने ही उसे मृत घोषित किया था. डा. राजश्री का कहना है कि जब वे रोहित के कमरे में गयीं तब जांच के बाद पता चला की वह मर चुका है. डा. राजश्री ने कहा कि संस्थान से फोन आने के बाद वह तुरंत वहां चली गयी थी. उन्होंने अपना काम शाम 7.30 बजे से शुरू किया. इससे पहले वहां क्या हुआ इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
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