अब बजट के जरिये चुनावी हितों को साधने की कोशिश में जुटी भाजपा
नयी दिल्ली : इस बार के बजट में न सिर्फ देश के किसानों की चिंता की गयी बल्कि भारतीय जनता पार्टी ने एक तीर से दो शिकार करने वाली कहावत को चरितार्थ करने की कोशिश की है. एक तरफ बजट के माध्यम से सरकार ने उद्योगपतियों की सरकार का तमगा जो उन्हें विरोधियों ने दिया […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2016 4:12 PM
नयी दिल्ली : इस बार के बजट में न सिर्फ देश के किसानों की चिंता की गयी बल्कि भारतीय जनता पार्टी ने एक तीर से दो शिकार करने वाली कहावत को चरितार्थ करने की कोशिश की है. एक तरफ बजट के माध्यम से सरकार ने उद्योगपतियों की सरकार का तमगा जो उन्हें विरोधियों ने दिया उसे दरकिनार कर दिया और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने किसान और गरीब के हितों में योजनाएं बना कर उन्हें अपनी तरफ खींचने की कोशिश की है.
आने वाले समय में विभिन्न राज्यों खास तौर पर उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा एवं सरकार ‘किसानों एवं खेती’ से जुड़े विषयों को प्राथमिकता के साथ उठाकर और किसान जागरण कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री नयी फसल बीमा योजना, मुद्रा योजना, सिंचाई योजना तथा कृषि एवं स्वरोजगार पहल के जरिये चुनाव की तैयारी में जुट गयी है. भाजपा का कहना है कि पहली बार किसी सरकार ने ऐसा बजट पेश किया है जो गांव, गरीब, किसान,पिछड़ेएवं कमजोर वर्गो को समर्पित है.