मेरा मामला लेफ्टिनेंट जनरल को ब्रिगेडियर का पद संभालने के लिए बाध्य करने जैसा : अशोक खेमका
नयी दिल्ली : चर्चित आइएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक बार फिर सिस्टम को लेकर अपना असंतोष प्रकट किया है. खेमका ने बुधवार को कहा कि उनके लिए निचले दर्जे के पद पर काम करना अपमानजनक है. उन्होंने कहा कि वे तीन महीने से पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि पदोन्नति […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2016 12:07 PM
नयी दिल्ली : चर्चित आइएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक बार फिर सिस्टम को लेकर अपना असंतोष प्रकट किया है. खेमका ने बुधवार को कहा कि उनके लिए निचले दर्जे के पद पर काम करना अपमानजनक है. उन्होंने कहा कि वे तीन महीने से पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि पदोन्नति की प्रतीक्षा तीन महीने से कर रहा हूं, छोटे पद पर रहना अपमानजनक है.
Awaiting posting on promotion for last 3 months. Holding a lower rank post is humiliating. Like a Lt Gen forced to hold post of Brigadier.
उल्लेखनीय है कि खेमका राबर्ट वाड्रा जमीन सौदे सहित कई केस को लेकर चर्चा में रहे हैं. कांग्रेस के सरकार में भी उन्हें कम महत्वपूर्ण पद दिये जाते थे और अभी हरियाणा में भाजपा की सरकार है. उन्होंने कहा कि यह ऐसा ही है कि किसी लेफ्टिनेंट जनरल को ब्रिगेडियर का पद संभालने के लिए बाध्य किया जाये.
उनके द्वारा सोनिया गांधी के दामादा राबर्ट वाड्रा के जमीन सौदे की जांच किये जाने का उल्लेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव भाषणों में भी किया था. अशाेकखेमका का दो दशक से अधिक लंबे सेवा काल में औसतन हर छह महीने पर ट्रांसफर होता रहा है. कम महत्व के पद पर भी उन्होंने शानदार कार्यप्रदर्शन किया है.