देहरादून : केंद्र के परमाणु ऊर्जा के कार्यक्रम को विस्तार देने के लिये देहरादून का चयन किये जाने का दावा करते हुए गैर सरकारी संगठन- रुरल लिटिगेशन एंड एनटाइटलमेंट सेंटर (रुलक) ने आज कहा कि उत्तराखंड जैसे अत्यंत संवेदनशील स्थान पर परमाणु संयंत्र लगाना एक बहुत बडी गलती साबित हो सकता है जिसे रोकने के लिये सडक से लेकर अदालत तक लडाई लडी जायेगी. देहरादून स्थित रुलक के अध्यक्ष पद्मश्री अवधेश कौशल ने यहां कहा कि जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार देहरादून में परमाणु संयंत्र लगाने की योजना बना रही है जो उत्तराखंड जैसे सक्रिय भूकंप क्षेत्र के लिये बहुत बडी गलती साबित हो सकता है.
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