मुम्बई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के लिए भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग राह चुनी. भाजपा को जब ज्यादा सीटें मिली, तो शिवसेना और भाजपा का टूटता रिश्ता एक बार फिर कच्चे धागे में बंध गया. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर भी शिवसेना की कई मांगे भाजपा ने पूरी नहीं की. अब भाजपा को शिवसेना ने अपने 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया है, जिसके अलग-अलग अर्थ निकाले जा रहे हैं. हालांकि दोनों पार्टियों ने पूरी स्थिति पर सफाई दी है.
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