अरुणाचल के पूर्व सीएम कलिखो पुल का शव मिला, डिप्रेशन के कारण की खुदकुशी

ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के बागी नेता कलिखो पुल का शव आज उनके घर से मिला है. हालांकि खबर लिखे जाने तक मौत के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्होंने कुंठाग्रस्त होकर आत्महत्या कर ली है.गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार घटनास्थल से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2016 10:59 AM
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ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के बागी नेता कलिखो पुल का शव आज उनके घर से मिला है. हालांकि खबर लिखे जाने तक मौत के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्होंने कुंठाग्रस्त होकर आत्महत्या कर ली है.गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार घटनास्थल से काई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. खुदकुशी का कारण डिप्रेशन हो सकता है.

अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस के सांसद मिनांग एरिंग ने भी आशंका जतायी है कि उन्होंने आत्महत्या कर ली है. उनका शव पंखे से लटका मिला है. उनका शव मुख्यमंत्री आवास से मिला है. पद से हटने के बाद भी वे उसी आवास में रह रहे थे.पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि 47 वर्षीय पुल ने अपने बेडरुम में कथित तौर पर फांसी लगा ली. उन्हें मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर मृत पाया गया. उन्होंने अभी इस आवास को खाली करना था. पुल की तीन में से एक पत्नी ने उन्हें आज सुबह लटका हुआ पाया. उनकी तीन पत्नियां और चार बच्चे हैं. पुल की मौत की खबर फैलते ही सत्ताधारी और विपक्षी दलों के विधायक, दोस्त और जनता उनके बंगले की ओर रवाना हो गए. मौत के पीछे की वजहें अभी तक स्पष्ट नहीं हैं.

कलिखो पुल ने दिसंबर 2015 में कांग्रेस से बगावत कर दी थी, जिस कारण राज्य में नवाम तुकी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गयी थी. कांग्रेस के 47 विधायकों में 21 उनके पक्ष में आ खड़े हुए थे और इसके बाद 16 फरवरी को उनके नेतृत्व में भाजपा के 11 विधायकों व दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनी थी.

हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कलिखो पुल की सरकार को बरखास्त कर दिया था और सत्ता परिवर्तन के तरीके पर सवाल उठाया था, जिसके बाद राज्य में फिर से नवाम तुकी के नेतृत्व में सरकार बनी थी. सूत्रों का कहना है कि जिस ढंग से वे मुख्यमंत्री पद से हटे उससे वे आहत थे. उन्हें इस बात का भी दुख था कि विधायकों का समर्थन हासिल होने के बाद भी कांग्रेस नेतृत्व ने उन पर भरोसा नहीं जताया था.

कांग्रेस नेता अंबिका सोनी, रेणुका चौधरी व गौरव गोगई ने कलिखो पुल के निधन पर दुख जताया है और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है. असम से आने वाले गौरव गोगई ने कहा कि यह पूरे पूर्वोत्तर के लिए एक बड़ी क्षति है.

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