एक दिन की छुट्टी के बाद खुले बैंक, लगी लंबी कतार

नयी दिल्ली/मुंबई :एक दिन की छुट्टी के बाद आज फिर बैंक खुल गए हैं. बैंकों के खुलने से पहले ही लोग लंबी कतार लगाकर नोट बदलने और पैसे निकालने के लिए कतारबद्ध खड़े पाए गए. एटीएम के सामने का नजारा भी कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है हालांकि आज एटीएम से 500 और 2000 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 7:56 AM
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नयी दिल्ली/मुंबई :एक दिन की छुट्टी के बाद आज फिर बैंक खुल गए हैं. बैंकों के खुलने से पहले ही लोग लंबी कतार लगाकर नोट बदलने और पैसे निकालने के लिए कतारबद्ध खड़े पाए गए. एटीएम के सामने का नजारा भी कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है हालांकि आज एटीएम से 500 और 2000 के नोट निकलने की खबर है. बड़े नोट के एटीएम से निकलने के बाद लोगों को हो रही दिक्कत के कम होने की उम्मीद जतायी जा रही है.

इधर, पांच सौ और एक हज़ार रुपये के नोटों को बंद करने के फ़ैसले के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई कर सकता है.

गुरुनानक जयंती पर बैंकों के बंद रहने के चलते राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश भर में सोमवार को एटीएमों के बाहर लोगों की लंबी लंबी कतारें लग गयीं. एटीएम में जल्द ही पैसे खत्म हो जाने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं. रोज नकदी की होती कमी के बीच बैंकों एवं एटीएमों से पैसे की निकासी की सीमा बढ़ाने के सरकार के फैसले से लोगों पर कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिखा.

दिल्ली के भजनपुरा इलाके के एक एटीएम में पैसे के लिए लोग तीन दिन से इंतजार कर रहे हैं. आज सुबह भी यहां लंबी कतार देखी गई. यहां खडी एक महिला जिनका नाम मायादेवी है उन्होंने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि तीन दिन हो गए रोज आती हूं और लौट जाती हूं…आज भी उम्मीद से आई हूं कि पैसे मिल जायेंगे….

वहीं पास में खड़े रफीक कहते हैं कि मैं परसो भी यहां आया था लेकिन खाली हाथ लौट गया. हम यहां आशा के साथ आते हैं… अच्छा होता कि हमें पैसे मिल जाते… आज नहीं मिले तो हमें कल भी आना होगा… कतार में खड़े बबलू ने कहा कि मोदी जी कहते हैं कि गरीब शांति से सो रहे हैं और अमीर नींद की गोली खाकर सो रहे हैं… लेकिन हमें देखें.. अमीर शांति से हैं और वे पैसे आसानी से फेंक सकते हैं…

कारोबारी नगरी मुंबई के उपनगरीय इलाके विक्रोली में एक एटीएम पर सुबह पैसे निकालने की कोशिश करनेवाले दामोदर कांबले ने कहा,‘यह अब असहनीय हो रहा है. जिस धन को हमने खून-पसीने से कमाया है, उसे पाने के लिए कबतक हम कतार में खड़ा रह सकते हैं.’ कई ग्राहक तो महज कुछ 100 रुपये के नोट हासिल करने की उम्मीद में सुबह पांच बजे से ही एटीएम पर पहुंच जाते हैं. ऐसी खबरें भी हैं कि लालबाग, परेल, दादर में एटीएमों में कैश खत्म हो गये.

इधर, जनता को राहत पहुंचाने के उद्देश्‍य से केंद्र सरकार ने 500 और 1000 के बंद हो चुके पुराने नोटों से पेट्रोल पंपों, सरकारी सेवाओं के बिल भुगतान, टैक्स की अदायगी की समयावधि को सोमवार को तीसरी बार बढ़ाया. अब 24 नवंबर तक जरूरी सेवाओं के लिए पुराने नोट मान्य रहेंगे, जिसकी समय सीमा 14 नवंबर की मध्यरात्रि को समाप्त हो रही थी. हालांकि, लोगों की परेशानी अभी खत्म नहीं हुई है. नकदी पाने और पुराने नोटों के बदले नये नोटों के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार की देर रात हुई बैठक में नोटबंदी से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गयी और कई राहत भरे फैसले किये गये. तय हुआ कि ग्रामीण इलाकों में कैश की उपलब्धता बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाये जायेंगे. ब्रांच पोस्ट ऑफिस में भी नकदी की आपूर्ति बढ़ायी जायेगी. इसमें जिला को-ऑपरेटिव बैंकों की भी मदद ली जायेगी. केंद्र ने पुराने नोटों से रेलवे टिकट बुकिंग केंद्रों, सार्वजनिक परिवहन, हवाईअड्डों पर टिकट बुकिंग, दूध केंद्रों, श्मशान या कब्रिस्तानों, डॉक्टर के परचे पर सरकारी और निजी दुकानों से दवा खरीद, एलपीजी की बुकिंग, बिजली और पानी के बिलों का भुगतान एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के स्मारकों में प्रवेश टिकट की अदायगी की समयावधि को 24 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया है.

यही नहीं, पुराने नोटों के माध्यम से केंद्रीय भंडारों जैसे सहकारी ग्राहक बिक्री केंद्रों और अदालती शुल्क का मान्य पहचान पत्र के साथ भुगतान किया जा सकता है, लेकिन सरकारी सेवाओं के केवल पुराने बिल या मौजूदा बिल का भुगतान केवल व्यक्ति या घरों के हिसाब से ही पुराने नोटों के माध्यम से किया जा सकता है.

वहीं, राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित टोल प्लाजों पर 18 नवंबर की मध्यरात्रि तक कोई शुल्क नहीं देना होगा. इससे पहले, सरकार ने नौ नवंबर को यह शुल्क 11 नवंबर तक माफ करने की घोषणा की थी, जिसे बढ़ा कर 14 नवंबर कर दिया गया. इधर, आरबीआइ ने कहा है कि एटीएम से लेनदेन पर 30 दिसंबर तक अब कोई शुल्क नहीं लगेगा.

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