हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी का परिवार क्या कबूल करेगा सरकारी मुआवजा ?
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की गंठबंधन सरकार ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर और पोस्टर ब्याय बुरहान वानी के बड़े भाई खालिद वानी की मुठभेड़ में हुई हत्या के एवज में वानी परिवार को मुआवजा दिये जाने की घोषणा की है. इसके तहत सरकार परिवार को चार लाख रुपये और एक सदस्य को नौकरी देगी. हालांकि, इस […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 7:36 AM
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की गंठबंधन सरकार ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर और पोस्टर ब्याय बुरहान वानी के बड़े भाई खालिद वानी की मुठभेड़ में हुई हत्या के एवज में वानी परिवार को मुआवजा दिये जाने की घोषणा की है. इसके तहत सरकार परिवार को चार लाख रुपये और एक सदस्य को नौकरी देगी. हालांकि, इस मुद्दे पर वानी परिवार ने चुप्पी साध रखी है. कहा जा रहा है कि वानी परिवार इस मुआवजे के लिए उसी प्रकार हामी नहीं भरेगा, जिस प्रकार कई कश्मीरियों ने पहले सरकारी मुआवजे को ठुकरा दिया था. बुरहान वानी का भाई खालिद वानी 13 अप्रैल, 2015 को सेना के साथ हुए एक मुठभेड़ में मारा गया था.
वानी परिवार का दावा है कि खालिद को ‘यातना देकर उसकी हत्या की गयी थी.’ हालांकि, सेना ने कहा था कि खालिद हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी था और उसकी मौत मुठभेड़ के दौरान हुई थी. किसी भी आतंकी की मौत के एवज में मुआवजा नहीं दिया जाता. मुआवजा देने की जरूरी शर्तों में एक शर्त यह भी है कि मृतक आतंकी या फिर उग्रवादी नहीं होना चाहिए. मुजफ्फर वानी के दोनों बेटे, खालिद और बुरहान वानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हुए थे. सेना द्वारा आतंकी ठहराये गये व्यक्ति को पीड़ित मान कर उसके परिवार को मुआवजा दिये जाने की घोषणा से महबूबा सरकार की खासी आलोचना हो रही है.
सीमा पर पाकिस्तान का रिटायर्ड फौजी पकड़ाया
श्रीनगर: बीएसएफ के जवानों ने जम्मू फ्रंटियर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे पाकिस्तान के एक पूर्व सैन्यकर्मी को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार की देर रात दबोचे गये घुसपैठिये की पहचान सियालकोट के पसरूर तहसील में गंडयाल गांव के रहनेवाले मोहम्मद (65) के रूप में की गयी हैै. वह पाकिस्तान सेना से सेवानिवृत्त है. जवानों ने रामगढ़ सेक्टर में घुसपैठिए को आत्मसमर्पण करने के लिए विवश किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उधर, सुरक्षाधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है कि सीमा पार लांचिंग पैडों पर आतंकी एक बार फिर घुसपैठ के लिए जुटने लगे हैं.